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Coronavirus In Meerut: कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 10 फीसद पहुंचा, जानिए किन बीमारियों के कारण खतरा और बढ़ेगा

यह बात हैरान करने वाली है कि मेरठ में प्रशासन की मशक्कत के बावजूद कोरोना अनियंत्रित हो रहा है। खासकर सर्दी में बड़ी संख्या में सांस के मरीज क्लीनिकों में पहुंच रहे हैं। इनमें कोरोना मिल रहा है। प्रदूषण की वजह से लोगों में एलर्जी हो रही है।

By Prem BhattEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 09:00 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 09:00 AM (IST)
Coronavirus In Meerut: कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 10 फीसद पहुंचा, जानिए किन बीमारियों के कारण खतरा और बढ़ेगा
इनदिनों कोरोना के बढ़ते मरीजों ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग को भी चिंता में डाल दिया है।

मेरठ, जेएनएन। इनदिनों सर्दी बढऩे के साथ कोरोना संक्रमण भयावह हो रहा है। नई दिल्ली में संक्रमण की दर जहां 12.73 फीसद है, वहीं मेरठ में भी पहली बार संक्रमण का आंकड़ा दस फीसद को छू गया। मौतों का आंकड़ा एक बार फिर बढ़ रहा है। अक्टूबर एवं नवंबर में रिकवरी रेट सौ फीसद रहा, लेकिन बीमारी का खौफ बरकरार है। अक्टूबर में संक्रमण की दर 2.7 फीसद थी। नवंबर में 3.7 फीसद हो गई है। नवंबर में 16 दिनों में 39 मरीजों की मौत ने प्रशासन को चिंतित कर दिया है।

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बड़ी संख्‍या में मरीज

मेरठ में प्रशासन की मशक्कत के बावजूद दिल्ली व मेरठ में कोरोना अनियंत्रित हो रहा है। खासकर सर्दी में बड़ी संख्या में सांस के मरीज क्लीनिकों में पहुंच रहे हैं। इनमें कोरोना मिल रहा है। प्रदूषण की वजह से लोगों में एलर्जी हो रही है। प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट की वजह से संक्रमण बढ़ रहा है। सर्दियों में वायरस ज्यादा सक्रिय होता है। सांस के मरीजों में तेजी से निमोनिया बनाता है। मौतों की यही बड़ी वजह है। इस मौसम में शुगर, हार्ट, अस्थमा, सीओपीडी, किडनी, यूरो व अन्य बीमारियां बढ़ती हैं। इससे आने वाले दिनों में कोरोना का खतरा बढ़ेगा।

प्रदूषण का भी कहर

मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी लैब में जहां संक्रमण की दर दस से गिरकर तीन फीसद हो गई थी, वहां फिर से संक्रमण की दर बढ़ गई है। दो सौ बेड वाले मेडिकल कालेज में मरीजों की संख्या 50 के नीचे आ गई थी। यहां फिर से करीब 80 मरीज हो गए हैं। वहां मौत की दर 22 फीसद के आसपास बनी हुई है। उधर, प्रदूषण से नाक की नलियों में सूजन हो रही। इससे शरीर में आक्सीजन का स्तर गिर रहा है।

यह है माहवार कोरोना की चाल

माह सैंपल की संख्या पाजिटिव मौत संक्रमण की दर रिकवरी रेट

जुलाई 70721 1135 20 1.6 फीसद 82.6 फीसद

अगस्त 70777 1911 30 2.7फीसद 71.5 फीसद

सितंबर 87594 5241 108 6.0फीसद 73 फीसद

अक्टूबर 131221 3560 72 2.7 फीसद 115 फीसद

नवंबर 58273 2133 39 3.7फीसद 103 फीसद

इनका कहना है

कोरोना संक्रमण खतरनाक हो रहा है। सितंबर में सर्वाधिक संक्रमण था। दिसंबर में इसका रिकार्ड टूट सकता है। लोग सावधानी बरतें और भीड़भाड़ में न जाएं। रिकवरी रेट बेहतर होने के बावजूद संक्रमण की दर फिर बढ़ रही है। प्रदूषण से सांस की बीमारियां बढऩे का खतरा है। इससे कोरोना घातक होगा।

- डा. राजकुमार, सीएमओ 


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