Coronavirus Effect on Sports: मेरठ में खेलकूद गतिविधियां हो रही बंद, कई प्रतियोगिताएं हुईं रद
खेल विभाग की ओर से कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में नए सत्र के प्रवेश के लिए गुरुवार को आयोजित विभिन्न खेलों के ट्रायल को भी रद कर दिया। स्टेडियम में अब केवल प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को ही अभ्यास के लिए अनुमति प्रदान की जा रही है।
मेरठ, जेएनएन। खेलकूद के गलियारे में बढ़ती हरियाली को एक बार फिर कोविड की नजर लगनी शुरू हो गई है। तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए खेलकूद गतिविधियां बंद होने लगी हैं। खेल विभाग की ओर से कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में नए सत्र के प्रवेश के लिए गुरुवार को आयोजित विभिन्न खेलों के ट्रायल को भी रद कर दिया। इसके साथ ही स्टेडियम में अब केवल प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को ही अभ्यास के लिए अनुमति प्रदान की जा रही है जिससे खिलाड़ी सुरक्षित माहौल में स्वयं अपना अभ्यास करते रह सकें। अन्य खिलाड़ियों व नए पंजीकृत खिलाड़ियों को फिलहाल स्टेडियम में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
रद हुई सभी प्रतियोगिताएं
खेलकूद की तमाम प्रतियोगिताएं भी रद की जा रही है। जिलाधिकारी की ओर से निर्देश जारी किए जाने के बाद बिना अनुमति प्रतियोगिताओं के आयोजन पर पाबंदी लगा रखी है। इसके साथ ही विभिनन खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी थी जिसे फिलहाल कुछ समय के लिए आयोजकों ने ही स्थगित कर दिया है। इसमें जिला एथलेटिक संघ की ओर से जूनियर एथलेटिक प्रतियोगिता भी शामिल है। स्कूलों के बंद होने से छात्र-छात्राओं की तमाम गतिविधियां भी बंद हो गई जिससे शारीरिक परिश्रम पूरी तरह से बंद हो गया है।
फिर आनलाइन देंगे खिलाड़ियों का शेड्यूल
कोविड के बढ़े प्रकोप को देखते हुए बंद होती गतिविधियों को देखते हुए सभी कोच एक बार फिर खिलाड़ियों को अपने घर के आस-पास ही प्रशिक्षण करने के लिए आनलाइन शेड्यूल भेजने की तैयारी कर रहे हैं। इससे खिलाड़ियों का दैनिक अभ्यास भी होता रहेगा। पिछले साल पूरा समय लाकडाउन में ही रहने के कारण खिलाड़ियों का प्रशिक्षण पूरी तरह से बंद हो जाने से उनका पूरा साल बर्बाद हो गया। तैयारी पर पकड़ मजबूत बनाने के लिए खिलाड़ियों ने जमकर प्रशिक्षण करना शुरू कर कुछ प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया ही था कि एक बार फिर कोविड के मामले बढ़ने से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं रद की जाने लगी।
छात्र-छात्राएं भी करने रहें व्यायाम
एथलेटिक कोच गौरव त्यागी के अनुसार खिलाड़ी तो अपने घरों के आस-पास अभ्यास करते रहते हैं लेकिन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की शारीरिक गतिविधियां पूरी तरह से बंद हो जाती है जो उनके लिए ठीक नहीं है। जो बच्चे घर में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए यह जरूरी है कि समय निकालकर घर में या आस-पास कुछ शारीरिक परिश्रम या खेलकूद करते रहें। कुछ न हो तो कम से कम स्किपिंग ही करें लेकिन कोई न कोई गतिविधि जरूर करें। इससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बनी रहती है। कोविड के माहौल में शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता का ही अधिक होना जरूरी है।