Corona Vaccine: वैक्सीन की एक खुराक भी बनाएगी हर्ड इम्युनिटी, जानिए मेरठ के डाक्टरों की राय
कोरोना वैक्सीन की महीनेभर में दो डोज लगवाना होगा जिसके 15 दिन बाद पूरी तरह प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी। लेकिन डाक्टरों का कहना है कि वैक्सीन की एक डोज से भी हर्ड इम्युनिटी बनेगी। यहां पर पढ़िए मेरठ की डाक्टरों की राय।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना की दो वैक्सीन भारत में जल्द उपलब्ध होने जा रही है, जहां इसकी डोज को लेकर चर्चा तेज है। माहभर में दो डोज लगवाना होगा, जिसके 15 दिन बाद पूरी तरह प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी। लेकिन डाक्टरों का कहना है कि वैक्सीन की एक डोज से भी हर्ड इम्युनिटी बनेगी। साथ ही भारत में विकसित वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने के लिए तीन माह तक का समय मिलेगा। मेरठ में भी पहले चरण के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं।
यह बताया सीएमओ ने
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि आक्सफोर्ड-एस्ट्रेजेनिका की कोविशील्ड वैक्सीन सोमवार से ब्रिटेन में शुरू कर दी गई है। मेरठ में अगले दो सप्ताह में टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद है। भारत में बन रही कोविशील्ड व कोवैक्सीन दोनों वैक्सीन के दो डोज लेने होंगे, लेकिन टाइम विंडो तीन माह का बताया जा रहा है। यानी, पहले टीके के बाद दूसरा 28वें दिन लेना है, लेकिन तीन माह तक लेने से भी टीका कारगर रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि पहला टीका लगने के बाद आंशिक प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है, ऐसे में कोरोना संक्रमण होने पर भी लक्षण गंभीर नहीं होंगे।
यह है डाक्टरों की राय
मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग का कहना है कि मेरठ में 40 फीसद से ज्यादा लोगों में वायरस के प्रति एंटीबाडी बन चुकी है। इस बीच, पहले चरण में टीका लगाने के साथ 15 दिन बाद से हर्ड इम्युनिटी तेजी से बढ़नी शुरू होगी। दूसरे चरण में पहुंचने तक हर्ड इम्युनिटी का आंकड़ा 50-60 फीसद के बीच होगा। डा. गर्ग ने बताया कि कोविशील्ड का ट्रायल लंदन में किया गया है, जबकि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दो चरणों में भारतीय लोगों पर परखी गई है। दोनों वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित हैं। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि 80 फीसद लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने के बाद ही हर्ड इम्युनिटी बनेगी।