यूपी में हाल-ए-जिला अस्पताल : मुजफ्फरनगर में तड़पता रहा कोरोना संक्रमित मरीज, पांच घंटे बाद मिली एंबुलेंस
यूपी में हाल-ए-जिला अस्पताल मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में शुक्रवार को भर्ती एक संक्रमित मरीज तड़पता रहा लेकिन एंबुलेंस आने में ही पांच घंटे लग गए। सीनियर डाक्टर और सीएमएस का भी नहीं उठाया फोन ।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। दावे भले ही दमदार हों लेकिन कोरोना को लेकर हालात बहुत नाजुक हैं। जिला अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में शुक्रवार को भर्ती एक संक्रमित मरीज तड़पता रहा, लेकिन एंबुलेंस आने में ही पांच घंटे लग गए। इस दौरान जिला अस्पताल के वरिष्ठ डाक्टर और सीएमएस एंबुलेंस संचालकों को फोन मिलाते रहे लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
यह है मामला
खांसी और बुखार की शिकायत पर गांधी कालोनी निवासी एक मरीज का चेकअप जिला अस्पताल में वरिष्ठ परामर्शदाता डा. योगेंद्र त्रिखा ने किया था। मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। कोरोना की रैपिड एंटीजन जांच में पाजिटिव मिलने पर उसे कोविड-19 हास्पिटल रेफर किया गया।
मरीज को मेडिकल कालेज भिजवाने के लिए स्वजन ने एंबुलेंस के लिए फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। डा. योगेंद्र त्रिखा ने भी प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली।
सीएमएस डा. पंकज अग्रवाल ने भी कई बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठ पाया। इस बीच मरीज की हालत खराब हुई तो स्वजन परेशान हो गए। पांच घंटे की मशक्कत के बाद एंबुलेंस आई। इसके बाद मरीज को कोविड-19 अस्पताल भिजवाया गया। सीएमएस ने मामले की शिकायत सीएमओ समेत उच्चाधिकारियों से करते हुए जिला अस्पताल के लिए अलग से एक एंबुलेंस की मांग की।