Corona In Meerut: कोरोनावायरस के हल्के लक्षण की अनदेखी बन रही गंभीर समस्या, जानिए डाक्टर की राय
पूरा शहर इस वक्त कोरोना से खौफजदा है। वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डा. राजेंद्र सिंह का कहना है कि होम्योपैथी की सारी दवाएं लक्षणों पर आधारित है। इसीलिए बिना चिकित्सकीय परामर्श के किसी भी दवा की जानकारी मिलने पर उसे लेना न शुरू करें।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पिछली बार की तुलना में अधिक तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। पिछली बार अगर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में 20 से 30 मिनट तक रहने पर संक्रमित होने की संभावना थी तो इस बार पांच से सात मिनट में संक्रमण हो रहा है। इसी कारण कोरोना संक्रमण की यह दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। घर में एक के संक्रमित होने पर पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ जा रहा है।
यह कहना है वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डा. राजेंद्र सिंह का। उन्होंने बताया कि होम्योपैथी की सारी दवाएं लक्षणों पर आधारित है। इसीलिए बिना चिकित्सकीय परामर्श के किसी भी दवा की जानकारी मिलने पर उसे लेना न शुरू करें। हाल ही में इंटरनेट मीडिया पर अस्थमा के मरीजों को दी जाने वाली होम्योपैथी की एक औषधि तेजी से वायरल हुई। जिसे लेने को लेकर लोगों में होड़ सी मच गई और यहां तक वह दवा शार्ट तक हो गई।
बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा लेना लोगों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा बताया कि कोरोना संक्रमण के लक्षण को नजरअंदाज करना लोगों के लिए घातक साबित हो रहा है। शुरुआती गले की खराश, हल्का बुखार आने पर कोरोना की जांच जरूर कराने जाएं। क्योंकि इसे सामान्य बुखार समझने की गलती फेफड़ों में गंभीर संक्रमण पनपने की वजह बन रही है।