Corona In Meerut: शुक्र है, इस माह सबसे कम रही कोरोनावायरस की आफत, डालिए आंकड़ों पर एक नजर
यह राहत वाली खबर है कि मेरठ ने कोरोना वायरस से काफी हद तक पार पा लिया है। जिस मेडिकल कालेज में जून से सितंबर तक रोजाना करीब पांच से सात मरीजों की जान चली गई वहीं पिछले एक माह में हर तीन दिन में एक मरीज की जान गई।
मेरठ, जेएनएन। Corona In Meerut ऐसा लगता है कि मेरठ ने कोरोना वायरस से काफी हद तक पार पा लिया है। जिस मेडिकल कालेज में जून से सितंबर तक रोजाना करीब पांच से सात मरीजों की जान चली गई, वहीं पिछले एक माह में हर तीन दिन में महज एक मरीज की जान गई। मार्च से नौ जनवरी तक पहली बार ऐसा हुआ, जब सप्ताह में मौतों का आंकड़ा एक पर रोक लिया गया।
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि मेडिकल कालेज के कोविड केंद्र का रिकार्ड बयां करता है कि कोरोना कितना खतरनाक रहा है। नौ से 29 सितंबर तक लगातार तीन सप्ताह भर्ती होने वालों की संख्या 153 के आसपास बनी हुई थी। इस दौरान प्रति सप्ताह 30, 44 और 46 मरीजों की कोविड से मौत हुई। अक्टूबर से संक्रमण का स्तर कम होना शुरू हुआ।
इस दौरान सप्ताह में भर्ती होने वालों की संख्या करीब 50-60 रह गई। लेकिन नवंबर में एक बार फिर सप्ताहभर में भर्ती हाेने वालों की संख्या 126 तक पहुंच गई। माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग कहते हैं कि दिसंबर से संक्रमण में अचानक कमी नजर आने लगी। सर्दियों में कोरोना बढ़ने की आशंका थी, वहीं वायरस कमजोर पड़ने लगा। 9 से 15 दिसंबर के दौरान पहली बार मेडिकल कालेज में सप्ताह में मौतों का आंकड़ा दस से कम मिला। इस दौरान दो मरीजों की जान गई। सितंबर में कोविड मरीजों की मौत की दर 30-35 फीसद थी जो अब छह से आठ फीसद रह गई है।
...एक माह में पस्त पड़ा वायरस
सप्ताह भर्ती मरीज मौतें
9-15 दिसंबर 30 02
16-22 दिसंबर 31 03
23-29 दिसंबर 32 03
30दिसं-पांच जनवरी 32 03
6-9 जनवरी 13