Corona Fighters: सहारनपुर के इस पूरे परिवार ने हौसले से दी कोरोना को मात, पॉजिटिव आने पर हुए थे होम आइसोलेट
कोरोना को लेकर अधिकतर लोग डरे हुए है। जिस कारण लोग अस्पताल और मेडिकल कालेज की तरफ दौड़ रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है जिन्होंने अस्पताल में जाना उचित नहीं समझा और अपने घर पर रहकर ही कोरोना वायरस को मात दी है।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को लेकर अधिकतर लोग डरे हुए है। जिस कारण लोग अस्पताल और मेडिकल कालेज की तरफ दौड़ रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है, जिन्होंने अस्पताल में जाना उचित नहीं समझा और अपने घर पर रहकर ही कोरोना वायरस को मात दी है। ऐसा ही एक परिवार गंगोह के रहने वाले बाल रोग विशेषज्ञ डा. अरुण कुमार का है। वह खुद जो पाजिटिव हुए ही, साथ ही उनका बेटा और पत्नी भी हो गई थी, लेकिन घर पर रहकर उन्होंने कोरोना को हराया है।
गंगोह निवासी डा. अरुण कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी नीरा शर्मा दलीप सिंह राष्ट्रीय इंटर कालेज गंगोह में प्रधानाचार्य है। बेटा कुशाग्र मूक बधिर बैडमिंटन का अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद पत्नी और बेटे का टेस्ट हुआ तो उनकी भी रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। शुरू में तो डा. अरुण कुमार दिल्ली के एक अस्पताल में एडमिट हो गए, लेकिन बाद में वह घर आ गए। इसके बाद तीनों ने घर पर रहकर ही उपचार लिया। बेटा कुशाग्र और पत्नी नीरा शर्मा कहीं पर भी एडमिट नहीं हुए। घर पर रहकर तीनों ने आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग किया। दिल्ली के एक अस्पताल के डाक्टरों का भी घर पर ही उपचार लिया। दिन में एक बार काढ़ा जरूर पीते थे। हरी सब्जी के अलावा कोई और सब्जी नहीं खाई। प्रधानाचार्य नीरा शर्मा बताती है कि उन्होंने घर पर रहकर पाजिटिव खबरें पढ़ी। सकारात्मक सोच रही। कभी मन में कोरोना का डर आने ही नहीं दिया। जिस कारण अब वह तीनों एकदम ठीक है।