Move to Jagran APP

गंगा किनारे फसल काटने को लेकर फिर विवाद

हस्तिनापुर में गंगा किनारे सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे कहीं प्रशासन के लिए भ्परेशानी का कारण बन सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 12:35 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 12:35 AM (IST)
गंगा किनारे फसल काटने को लेकर फिर विवाद
गंगा किनारे फसल काटने को लेकर फिर विवाद

मेरठ, जेनएन। हस्तिनापुर में गंगा किनारे सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे कहीं प्रशासन के लिए भारी परेशानी का सबब न बन जाएं। मंगलवार को सिरजेपुर गांव के जंगल में कुछ व्यक्तियों द्वारा जमीन पर कब्जे की नीयत से वहां खड़ी गन्ने की फसल काटना प्रारंभ कर दिया गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कंट्रोल रूम को दी। पुलिस व तहसील कर्मियों के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हस्तक्षेप कर विवाद को शांत किया।

loksabha election banner

खादर क्षेत्र में गंगा नदी के कटान के चलते हजारों हेक्टेअर भूमि इधर उधर हो जाती है। राजस्व विभाग के आंकड़ों में हजारों हेक्टेअर भूमि गंगा नदी के नाम से दर्ज है। इस भूमि पर भूमाफियाओं की नजर रहती है और अवैध कब्जे कर खेती कर रहे हैं। इस भूमि को लेकर आए दिन विवाद भी होते रहते है। जिसे लेकर ग्रामीण अधिकारियों से शिकायत भी करते रहते है। परंतु प्रशासन द्वारा उक्त भूमि को लेकर कोई ठोस कदम नही उठाया जाता। मंगलवार को भी सिरजेपुर के सामने जंगल में गन्ने की फसल को काटने पर विवाद होते होते बचा। सिरजेपुर के सामने गंगा के समीप खड़े गन्ने की फसल को कुछ लोगों द्वारा काटना प्रारंभ कर दिया गया। जैसे ही ग्रामीणों को पता चला तो ग्रामीण वहां पहुंच गए और फसल काटने का विरोध किया। वहीं फसल काट रहे लोगों का कहना है कि उनके पास भूमि का बैनामा है और पैमाइश भी कराई है। मामला बढ़ता देख कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया और हलके के लेखपाल को बुलाया। लेखपाल ने किसी भी पैमाइश करने से इंकार कर दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत किया और तहसील द्वार भूमि की पैमाइश कराने की बात कही।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.