गंगा किनारे फसल काटने को लेकर फिर विवाद
हस्तिनापुर में गंगा किनारे सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे कहीं प्रशासन के लिए भ्परेशानी का कारण बन सकते हैं।
मेरठ, जेनएन। हस्तिनापुर में गंगा किनारे सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे कहीं प्रशासन के लिए भारी परेशानी का सबब न बन जाएं। मंगलवार को सिरजेपुर गांव के जंगल में कुछ व्यक्तियों द्वारा जमीन पर कब्जे की नीयत से वहां खड़ी गन्ने की फसल काटना प्रारंभ कर दिया गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कंट्रोल रूम को दी। पुलिस व तहसील कर्मियों के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हस्तक्षेप कर विवाद को शांत किया।
खादर क्षेत्र में गंगा नदी के कटान के चलते हजारों हेक्टेअर भूमि इधर उधर हो जाती है। राजस्व विभाग के आंकड़ों में हजारों हेक्टेअर भूमि गंगा नदी के नाम से दर्ज है। इस भूमि पर भूमाफियाओं की नजर रहती है और अवैध कब्जे कर खेती कर रहे हैं। इस भूमि को लेकर आए दिन विवाद भी होते रहते है। जिसे लेकर ग्रामीण अधिकारियों से शिकायत भी करते रहते है। परंतु प्रशासन द्वारा उक्त भूमि को लेकर कोई ठोस कदम नही उठाया जाता। मंगलवार को भी सिरजेपुर के सामने जंगल में गन्ने की फसल को काटने पर विवाद होते होते बचा। सिरजेपुर के सामने गंगा के समीप खड़े गन्ने की फसल को कुछ लोगों द्वारा काटना प्रारंभ कर दिया गया। जैसे ही ग्रामीणों को पता चला तो ग्रामीण वहां पहुंच गए और फसल काटने का विरोध किया। वहीं फसल काट रहे लोगों का कहना है कि उनके पास भूमि का बैनामा है और पैमाइश भी कराई है। मामला बढ़ता देख कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया और हलके के लेखपाल को बुलाया। लेखपाल ने किसी भी पैमाइश करने से इंकार कर दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत किया और तहसील द्वार भूमि की पैमाइश कराने की बात कही।