लखनऊ में डटे दावेदार, अखिलेश की सिर्फ झलक नसीब
सपा के लखनऊ मुख्यालय में टिकट के दावेदार नेताओं ने मंगलवार से डेरा डाल रखा है। बुधवार को पूरा दिन-रात भेंट और आशीर्वाद में बीता। गुरुवार को सूची जारी हुई। टिकट लेकर दो नेता शाहिद मंजूर व रफीक अंसारी वापस आ गए जबकि बाकी दावेदार लखनऊ में ही डटे हैं।
मेरठ, जेएनएन। सपा के लखनऊ मुख्यालय में टिकट के दावेदार नेताओं ने मंगलवार से डेरा डाल रखा है। बुधवार को पूरा दिन-रात भेंट और आशीर्वाद में बीता। गुरुवार को सूची जारी हुई। टिकट लेकर दो नेता शाहिद मंजूर व रफीक अंसारी वापस आ गए, जबकि बाकी दावेदार लखनऊ में ही डटे हैं।
अभी जिले में सात में से दो ही सीट पर घोषणा हुई है। बाकी सीटें रालोद गठबंधन के आधार पर तय होंगी। शुक्रवार को आजाद समाज पार्टी ने भी गठबंधन करके सीटें मांगीं। इसमें मेरठ की भी एक सीट शामिल है। ऐसे में सपा नेता आशंकित हैं कि कहीं गठबंधन वाली पार्टियां ही बाकी सीट न ले उड़ें।
उधर, लखनऊ में डेरा डाले दावेदार सुबह ही पार्टी कार्यालय पहुंच जाते हैं। उनकी हसरत रहती है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की एक नजर पड़ जाए या चलते-चलते ही बातचीत हो जाए। किसी वरिष्ठ नेता से कभी कभार भेंट हो जाती है, मगर अखिलेश यादव से बात नहीं हो पाती।
उन्हें पार्टी कार्यालय से कोई जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। किसी नेता से कुछ जानकारी लेना चाहते हैं तो कह दिया जाता है कि अखिलेश के अलावा कोई नहीं जानता कि किस सीट पर कौन प्रत्याशी होगा।
डबल इंजन सरकार का एक इंजन फेल हो गया है : भड़ाना
मेरठ : हाल ही में रालोद में शामिल हुए अवतार सिंह भड़ाना शुक्रवार को मेरठ पहुंचे। कहा कि डबल इंजन की सरकार का छोटा इंजन फेल हो गया है। उनका इशारा सीएम योगी की ओर था। कहा, प्रदेश में इस बार सपा-रालोद गठबंधन की सरकार बनेगी। रालोद नेता मुकेश जैन के पिता की शोक सभा में पहुंचे भड़ाना ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसान, बेरोजगारों को योगी सरकार में उपेक्षा हुई है। बार-बार पार्टी बदलने के सवाल पर बोले कि वह आम आदमी और किसानों के हिमायती हैं। जो पार्टी इनके भले के लिए काम करेगी, वह उसका साथ देंगे।