मेरठ सेंट्रल समेत तीनों भूमिगत स्टेशनों के निर्माण ने पकड़ी रफ्तार
फुटबाल चौराहे पर मेरठ सेंट्रल भूमिगत स्टेशन निर्माण के लिए डी-वाल बनाने का काम शुरू हो गया है। इसी के साथ आरआरटीएस कारिडोर पर मेरठ के अंतर्गत बनने वाले तीनों भूमिगत स्टेशनों के कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है।
मेरठ, जेएनएन। फुटबाल चौराहे पर मेरठ सेंट्रल भूमिगत स्टेशन निर्माण के लिए डी-वाल बनाने का काम शुरू हो गया है। इसी के साथ आरआरटीएस कारिडोर पर मेरठ के अंतर्गत बनने वाले तीनों भूमिगत स्टेशनों के कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है।
मेरठ सेंट्रल भूमिगत स्टेशन के चारों ओर 23 मीटर (आठ मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर) और पांच मीटर चौड़ा लोहे का जाल जमीन के अंदर डाला जा रहा है। मेरठ सेंट्रल स्टेशन, मेरठ मेट्रो सेवा का लोकल स्टेशन है, जिसका आकार लगभग 260 मीटर लंबा और 32 मीटर चौड़ा है। इस स्टेशन की डी-वाल निर्माण के लिए कुल 128 लोहे के जाल का पैनल जमीन में फिक्स किया जाएगा। इससे स्टेशन का बाहरी ढांचा तैयार हो जाएगा। फिक्स किए जाने वाले प्रत्येक लोहे के जाल का वजन लगभग 22 टन है। इस स्टेशन का प्लेटफार्म लेवल जमीन से लगभग 16 मीटर गहरा बनाया जा रहा है। आइलैंड टाइप के बनेंगे प्लेटफार्म
मेरठ सेंट्रल भूमिगत स्टेशन पर आइलैंड टाइप के प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। ट्रेन से चढ़ने और उतरने के लिए प्लेटफार्म बीच में होगा। इस स्टेशन पर कुल चार ट्रैक बनाए जा रहे हैं, जिसमें से दो ट्रैक प्लेटफार्म के दोनों ओर होंगे और मेरठ मेट्रो सेवा की ट्रेन यहां पर रुकेगी। बाकी के दो ट्रैक आरआरटीएस ट्रेन सेवा के लिए होंगे। जिन पर ट्रेन बिना रुके आगे बढ़ जाएगी। यात्री सुविधाओं से लैस होगा स्टेशन
यह स्टेशन विभिन्न यात्री सुविधाओं से लैस होगा। आने व जाने के लिए लिफ्ट व एस्कलेटर, सीढि़यां, एलईडी डिस्प्ले बोर्ड, आस-पास के स्टेशन के लिए रूट मैप आदि होंगे। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे होंगे। मेरठ सेंट्रल स्टेशन टाप डाउन प्रणाली पर बनाया जाएगा। मेरठ में होंगे तीन भूमिगत और 10 एलिवेटेड स्टेशन
मेरठ में आरआरटीएस कारिडोर पर कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। मेरठ साउथ से आगे परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर, ब्रह्मापुरी तक एलिवेटेड स्टेशन होंगे। इसके बाद मेरठ सेंट्रल, भैंसाली व बेगमपुल में भूमिगत होंगे। इसके बाद फिर एमईएस कालोनी, दौरली, मेरठ नार्थ और मोदीपुरम होते हुए मोदीपुरम डिपो तक एलिवेटेड स्टेशन होंगे।