बुलंदशहर में कांस्टेबल ने चिकित्सक से की अभद्रता, जिला अस्पताल के डाक्टरों ने कर दी हड़ताल; इमरजेंसी सेवाएं भी ठप
जिला अस्पताल में एक पुलिसकर्मी ने चिकित्सक से अभद्रता कर दी। मामला मारपीट तक पहुंचने पर चिकित्सकों ने काम बंद कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर दी। अधिकारियों में इसे लेकर खलबली मच गई। अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं भी ठप हो गईं।
बुलंदशहर, जेएनएन। जिला अस्पताल में एक पुलिसकर्मी ने चिकित्सक से अभद्रता कर दी। मामला मारपीट तक पहुंचने पर चिकित्सकों ने काम बंद कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर दी। मौके पर आला अधिकारियों के न पहुंचने से आक्रोशित चिकित्सकों ने इमरजेंसी सेवाएं, महिला चिकित्सालय आदि सेवाएं बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है। सूचना पर एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ सिटी मौके पर पहुंचे और समझौता वार्ता की। चिकित्सक ने नगर कोतवाल पर भी फोन पर गाली गलौज करने के आरोप लगाए हैं।
सुबह करीब 10 बजे नगर कोटवाली में तैनात कांस्टेबल विजय कुमार जिला अस्पताल पहुंचे। वार्ड आया शशि देवी ने कांस्टेबल से नाम पता बताने की बात कही। आरोप है कि कांस्टेबल ने वार्ड आया से अभद्रता की और चिकित्सक आशीष प्रताप के केबिन में घुस गए। जहां साथ आयी महिला की जांच कर एक्सरे करने को कहा। आरोप है कि कांस्टेबल ने चिकित्सक पर देरी का आरोप लगाते हुए अभद्रता कर दी।
अधिकारियों ने हड़ताल कराया खत्म
आरोप है कि कांस्टेबल ने नगर कोतवाल को फोन किया और चिकित्सक को थमा दिया। आरोप है कि नगर कोतवाल ने भी पुलिसिया रौब दिखाया। इसके विरोध में चिकित्सकों ने हड़ताल कर दी। सूचना पर adm सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट, co आदि मौके पर पहुंचे ओर वार्ड आया, कांस्टेबल ओर चिकित्सक आशीष के बयान दर्ज किए। मामले की जांच कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद चिकित्सकों ने हड़ताल खत्म कर दी। चिकित्सकों ने काम शुरू कर दिया है।
काम रहा प्रभावित
हवलदार के हड़ताल के बाद से सभी इमरजेंसी सेवाएं रोक दी। डाक्टरों ने किसी भी मरीज का इलाज करने से मना कर दिया। इस दौरान ओपीडी से लेकर जनरल वार्ड में इलाज के लिए मरीज परेशान रहें। वहीं स्टाफ के भी हड़ताल पर रहने से भर्ती के लिए भी मरीज भटकते रहे। बाद में जब सूचना पहुंची तो पुलिस ने मामले को शांत करवाकर हड़ताल खत्म करा दिया।