कांस्टेबल ने भाई संग मिलकर चुराई थी PAC command house से इंसास, गिरफ्तार Meerut News
बीती 28 जून को 44वीं वाहिनी पीएसी के कमांड हाउस से इंसास चोरी करने के आरोपित कांस्टेबल को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसके भाई को पुलिस अभी नहीं पकड़ पाई है।
मेरठ, जेएनएन। 44वीं वाहिनी पीएसी के कमांड हाउस से इंसास चोरी करने के एक आरोपित कांस्टेबल को पुलिस ने पकड़ लिया है, जबकि आरोपित के भाई को पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पकड़े गए आरोपित ने अपने कांस्टेबल भाई के साथ मिलकर इंसास चोरी की थी। पुलिस इंसास को पहले ही बरामद कर चुकी है।
28 जून को चोरी हुई थी इंसास
खरखौदा में हापुड़ रोड स्थित 44वी वाहिनी पीएसी के कमांड हाउस से कांस्टेबल प्रेमवीर को इंसास आवंटित हुई थी, जो 28 जून को चोरी हो गई थी। इंसास चोरी होने के बाद कमांड हाउस में तैनात हेड कांस्टेबल गुरदेव सिंह के मोबाइल पर एक कॉल आई थी। कालर ने साढ़े तीन लाख की मांग करते हुए इंसास लौटाने की बात कही। इसकी सूचना हेड कांस्टेबल ने अपने दलनायक मुकेश कुमार को दी। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो गार्द में तैनात पांच पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। जांच के दौरान कुछ दिन बाद इंसास पीएसी परिसर में नाटकीय ढंग से छत पर रखी मिल गई।
ऐसा हुआ घटना का राजफाश
इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को बड़ौत निवासी गब्बर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना का राजफाश हुआ। गब्बर को लेकर पुलिस पीएसी पहुंची। गब्बर ने बताया कि उसने इंसास राइफल पीएसी में तैनात अपने भाई कांस्टेबल फिरोज के साथ मिलकर चोरी की थी। बताया गया है कि आरोपित कांस्टेबल फिरोज सीतापुर में ट्रेनिंग पर गया हुआ है। इस कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। उधर, इंस्पेक्टर मनीष बिष्ट ने बताया कि आरोपित कांस्टेबल फिरोज ने पैसा कमाने के लिए भाई गब्बर के साथ मिलकर वारदात की थी। आरोपित कांस्टेबल को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।