मेडिकल कॉलेज में मरीजों के इलाज में लापरवाही पर कमिश्नर सख्त, कहा-तय करें जिम्मेदारी Meerut News
मेडिकल कॉलेज में मरीजों के इलाज में लापरवाही उजागर होने और मेडिकल के हालात पर कमिश्नर सरकार और जनप्रतिनिधियों ने तीखी नाराजगी जताई है।
मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कॉलेज में मरीजों के इलाज में लापरवाही उजागर होने और मेडिकल के हालात पर कमिश्नर, सरकार और जनप्रतिनिधियों ने तीखी नाराजगी जताई है। आम लोगों में आक्रोश के साथ ही निराशा भी है। कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को सख्त आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना एवं गंभीर रूप से बीमार मरीजों का विशेष उपचार किया जाए। इसके लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए। इसके अलावा कोरोना इलाज के संबंध में होने वाली मेडिकल कॉलेज की प्रत्येक गतिविधि की निगरानी करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने तथा वहां पल-पल की गतिविधि दर्ज करने का आदेश दिया है।
गोपनीय रिपोर्ट पर विशेष टीम
मेडिकल कॉलेज में कोरोना पीडि़त मरीजों के इलाज में लापरवाही की कमिश्नर की ओर से भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने जांच के लिए विशेष टीम मेरठ भेजी है। विशेष कार्याधिकारी को भी यहां रहकर निगरानी करने को कहा है। इसी बीच रविवार को कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने नाराजगी जताते हुए एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को व्यवस्था दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।
उपचार और प्रबंधन का प्रोटोकॉल
कमिश्नर का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। उनमें कोरोना के साथ मधुमेह, हाइपरटेंशन, अस्थमा समेत तमाम अन्य गंभीर बीमारियां भी मिल रही हैं। शिकायतें मिल रही हैं कि कोरोना के इलाज में तो लापरवाही हो ही रही है। अन्य गंभीर बीमारियों का भी न तो कोई परीक्षण कर रहा है और न ही इलाज किया जा रहा है। उन्होंने प्राचार्य के ऐसे मरीजों के उपचार और प्रबंधन हेतु प्रोटोकॉल (एक पूरी व्यवस्था) तैयार करके उसमें वरिष्ठ चिकित्सकों की जिम्मेदारी निर्धारित करने का आदेश दिया है।
कंट्रोल रूम से हो निगरानी
दूसरे आदेश में कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज में इलाज में लापरवाही के आरोपों को देखते हुए इनके समाधान के लिए वरिष्ठ चिकित्सक की अगुवाई में एक कंट्रोल रूम स्थापित करने का आदेश दिया है। इसमें अस्पताल में मरीजों का इलाज, दवा, सुरक्षा, भोजन और सफाई आदि की सतत निगरानी का काम करेगा। पल-पल की सूचना वहां दर्ज की जाएगी। कमिश्नर का आदेश है कि प्राचार्य खुद इसकी समीक्षा करके रोजाना उन्हें रिपोर्ट भी दें।
इनका कहना है
मेडिकल कॉलेज में संसाधन, चिकित्सक, दवा, कर्मचारी सभी कुछ उपलब्ध हैं। उसके उचित प्रबंधन से हम कोरोना पर नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। इसकी व्यवस्था बनाने के लिए प्राचार्य को आदेश दिए गए हैं।
- अनीता सी. मेश्राम, कमिश्नर