सीएम की यात्रा का गांव-गांव में होगा स्वागत, 22 को होगी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की रैली Meerut News
27 जनवरी से बिजनौर से शुरू होने वाली मुख्यमंत्री की गंगायात्रा उसी दिन शाम को मेरठ जनपद की सीमा में प्रवेश करेगी। मुख्यमंत्री जलमार्ग के स्थान पर सड़क मार्ग से जनपद में आएंगे।
मेरठ, जेएनएन। 27 जनवरी से बिजनौर से शुरू होने वाली मुख्यमंत्री की गंगायात्रा उसी दिन शाम को मेरठ जनपद की सीमा में प्रवेश करेगी। मुख्यमंत्री जलमार्ग के स्थान पर सड़क मार्ग से जनपद में आएंगे। रामराज और हस्तिनापुर में जनसभा करेंगे, जबकि कई गांवों में यात्रा का स्वागत होगा। सीएम शाम की गंगा आरती मखदूमपुर घाट पर करेंगे, जबकि रात्रि विश्राम हस्तिनापुर में जंबूद्वीप में करेंगे। वहीं नागरिकता संशोधन कानून को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 22 जनवरी को शताब्दीनगर में एक रैली संबोधित करेंगे।
सीएम ऑफिस भेजा कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभावित कार्यक्रम को जिला प्रशासन ने तैयार करके मुख्यमंत्री कार्यालय को स्वीकृति के लिए भेजा है। बिजनौर बैराज से गंगा यात्रा मुजफ्फरनगर में रामराज तक सड़क मार्ग से आएगी। यहां से आगे का कार्यक्रम मेरठ जिला प्रशासन ने तैयार किया है, जिसके मुताबिक गंगायात्रा शाम लगभग साढ़े पांच बजे रामराज से बहसूमा नगर पंचायत के लिए रवाना होगी। बहसूमा में यात्रा का भव्य स्वागत होगा। यहां से यात्रा गांव गणेशपुर पहुंचेगी।
गढ़ के लिए करेंगे प्रस्थान
गणेशपुर में भी यात्रा का भव्य स्वागत होगा। शाम लगभग 6 बजे यात्रा हस्तिनापुर के राजकीय इंटर कॉलेज में पहुंचेगी। यहां जनसभा प्रस्तावित है। जनसभा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम की गंगा आरती मखदूमपुर घाट पर करेंगे। रात में लगभग साढ़े आठ बजे गंगा यात्रा का काफिला हस्तिनापुर के जंबूद्वीप पहुंचेगी। यहीं पर सीएम रात्रि विश्राम करेंगे। 28 जनवरी की सुबह लगभग आठ बजे गंगा यात्रा सड़क मार्ग से गढ़मुक्तेश्वर के लिए प्रस्थान करेगी।
बदल सकता है जनसभा का समय
हस्तिानपुर में सीएम की जनसभा पर अभी संशय है। दरअसल, मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम में हस्तिनापुर में जनसभा प्रस्तावित है, लेकिन इसका समय शाम का है। जिला प्रशासन का कहना है कि सर्द मौसम और जन सामान्य की सुविधा के दृष्टिगत हस्तिनापुर की जनसभा के समय में बदलाव का आग्रह मुख्यमंत्री कार्यालय से किया गया है।
अब गंगा किनारे बसेंगे अफसर
मुख्यमंत्री की गंगा यात्रा का कार्यक्रम लगभग फाइनल है। गंगा यात्रा के लिए तमाम दिशा निर्देश दिए गए हैं। अभी तक बिजनौर बैराज से मुख्यमंत्री को जल मार्ग से लाने की योजना थी लेकिन अब यह प्लान भी बदल गया है। मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से आएंगे। लिहाजा उनके रास्ते में आने वाले गांवों में भी व्यवस्थाएं सुधारनी होंगी। अफसरों को डर है कि मुख्यमंत्री न जाने कब किस गांव में रूक जाएं। लिहाजा उन्हें काफी काम करना होगा। गंगायात्रा के दौरान भी स्वागत कार्यक्रम, जनसभाएं और गंगा आरती के साथ रात्रि विश्राम की व्यवस्थाएं भी करनी होंगी। इसके लिए प्रशासन और पुलिस के साथ अधिकांश विभागों के अफसरों को अब गंगा किनारे के गांवों में ही डेरा डालना होगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 22 को मेरठ में रैली
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 22 जनवरी को शताब्दीनगर में एक रैली संबोधित करेंगे। इसमें पश्चिमी उप्र के सभी 14 लोकसभा एवं 71 विधानसभा क्षेत्रों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल होंगे। करीब एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। संघ और भाजपा के बीच लगातार बैठक हो रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने की योजना बनी, लेकिन बाद में गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम तय किया गया।
नागरिकता कानून का पत्रक देंगे
हालांकि बदले हुए कार्यक्रम के तहत अब राजनाथ सिंह मेरठ पहुंचेंगे। जिला एवं महानगर इकाई 20 जनवरी तक हर गांव में कम से कम 50 घरों से संपर्क साधेगी। उन्हें नागरिकता कानून का पत्रक भी दिया जाएगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के दौरे को लेकर प्रदेश एवं क्षेत्रीय इकाई की लगातार बैठक जारी है। माना जा रहा है कि रैली से पहले प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री सुनील बंसल मेरठ पहुंचकर रैली की तैयारियां परखेंगे।