अब जाममुक्त होगा मेरठ शहर, CM योगी ने भेजा प्लान; एक हफ्ते में तैयार होगी कार्ययोजना Meerut News
इस बार लगता है कि मेरठ शहर की जनता को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। इस बार खुद मुख्यमंत्री इसके लिए गंभीर हैं। उन्होंने कुछ सुझाव प्रशासन को भेजे हैं।
मेरठ, [अनुज शर्मा]। शहर पिछले लंबे समय से जाम की समस्या का शिकार है। शहर के सभी प्रमुख चौराहे, मार्ग और बाजार हर समय जाम रहते हैं। इससे निजात दिलाने के लिए प्रयास तो होते हैं लेकिन सफल नहीं हो पाते। इस बार लगता है कि मेरठ शहर की जनता को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। इस बार खुद मुख्यमंत्री इसके लिए गंभीर हैं। उन्होंने इसके लिए कुछ सुझावों पर पहले यातायात पुलिस निदेशालय से रिपोर्ट प्राप्त की है। वहां से सहमति मिलने के बाद अब उक्त सुझावों पर एक सप्ताह में कार्ययोजना तैयार करके उपलब्ध कराने का आदेश कमिश्नर को दिया है। कमिश्नर ने 20 नवंबर को सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई है।
सभी चौराहे, बाजार और सड़कों पर जाम
पूरा मेरठ शहर अधिकांश समय जाम का शिकार रहता है। कारण भले ही सड़क और फुटपाथ पर अतिक्रमण और कब्जे, सड़कों पर वाहन पार्किग, यातायात पुलिस की अवैध वसूली हो लेकिन इसका खामियाजा शहर की जनता और बाहर से आने वाले लोगों को उठाना पड़ता है।
जाम के डर से मेरठ नहीं आते लोग
जाम के चलते शहर में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में ही लोगों को घंटों का समय लग जाता है। शहर के लोग तो घरों से निकलने से कतराते ही हैं साथ ही बाहर से भी लोग शहर में आने से बचते हैं।
कमिश्नर ने बुलाई बैठक
कमिश्नर ने कमिश्नरी सभागार में बैठक बुलाई है। बैठक में डीएम, एसएसपी, एमडी पीवीवीएनएल, उपाध्यक्ष एमडीए, नगर आयुक्त, आवास विकास के संयुक्त आयुक्त, कैंट बोर्ड के सीईओ, एसपी ट्रैफिक, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता, आरटीओ, रोडवेज के आरएम, सिटी बस सेवा के एमडी तथा बीएसएनएल के डीजीएम को आमंत्रित किया गया है।
ये हैं सीएम कार्यालय से प्राप्त सुझाव
- शहर की सड़कों की चौड़ाई को साइडों में अंकित किया जाये।
- शहर के भीतरी बाजारों में सख्ती से अतिक्रमण हटाकर सड़क की सीमा पर लोहे के पोल लगाकर बैरिकेडिंग की जाये। बैरिकेडिंग हटाने वालों को एक महीने की जेल और जुर्माना लगाया जाये।
- भैंसाली रोडवेज बस अड्डे को तत्काल प्रभाव से शहर से बाहर किया जाये।
- रिंग रोड को तत्काल बनाया जाये। इसकी बाधाओं का मेट्रो रेल कानून की भांति मौके पर ही निस्तारण किया जाये। इससे भारी वाहन शहर में प्रवेश नहीं करेंगे।
- ट्रांसपोर्ट नगर को मेरठ महायोजना में निर्धारित स्थान पर ले जाया जाये। जिससे शहर में भारी वाहनों का दबाव कम होगा, दुर्घटनाएं नहीं होंगी और यातायात सुगम होगा।
- बस अड्डे, डेयरी और ट्रांसपोर्ट नगर को शहर से बाहर ले जाने की योजनाओं को जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता पर क्रियान्वित किया जाये।
- बागपत रोड को रेलवे रोड से जोड़ने वाले बाईपास के विषय में सेना के साथ बैठक करके जल्द से जल्द निस्तारित कराया जाना चाहिये। इसके लिए डीएम को समयबद्धता के साथ काम करना होगा।
- जली कोठी नाले से बच्चा पार्क नाले तक एलिवेटिड रोड निर्माण का प्रस्ताव शासन के पास आर्थिक स्वीकृति हेतु लंबित है। इसे तत्काल स्वीकृति और पैसा निर्गत किया जाना चाहिये। शहर के विकास को गति देने हेतु यह कार्य आवश्यक है।
सुझावों पर यातायात पुलिस ने भी लगाई मुहर
मेरठ की जाम की समस्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आ गई है। उन्होंने इसके समाधान के लिए कुछ सुझावों पर यातायात पुलिस निदेशालय से रिपोर्ट मांगी। यातायात पुलिस निदेशालय ने उक्त सुझावों पर अपनी सहमति दी है।
इनका कहना है
मेरठ शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है। उसी के तहत कुछ सुझावों पर कार्ययोजना तैयार करके एक सप्ताह में भेजनी है। इसके लिए सभी संबंधित विभागों की बैठक 20 नवंबर को बुलाई गई है।
- अनीता सी मेश्राम, कमिश्नर