Move to Jagran APP

आतंकियों को ठोकने के लिए 56 कमांडो हमेशा रहेंगे तैनात, देवबंद में बोले- मुख्यमंत्री

CM Yogi Adityanath मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को देवबंद में एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर का शिलान्यास किया। साथ ही 199 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोला।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Tue, 04 Jan 2022 01:46 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jan 2022 04:27 PM (IST)
आतंकियों को ठोकने के लिए 56 कमांडो हमेशा रहेंगे तैनात, देवबंद में बोले- मुख्यमंत्री
सीएम योगी देवबंद में एटीएस बटालियन की स्‍थापना का शिलान्‍यास किया।

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दोपहर में करीब तीन बजे देवबंद पहुंचे। यहां कार्यक्रम स्‍थल के मंच पर मुख्‍यमंत्री का स्‍मृति चिन्‍ह देकर स्‍वागत किया गया। सीएम ने एटीएस कमांडों ट्रेनिंग सेंटर का शिलान्‍यास किया। इस दौरान सीएम योगी ने छात्र और छात्राओं को टैबलेट और मोबाइल फोन दिए। आतंकवाद को नष्‍ट करने के लिए तैयार होगी कमांडो फोर्स। फायर स्‍टेशन का भी लोकार्पण किया। अपने संबोधन सीएम योगी ने कहा कि युवा देश की ऊर्जा हैं। पहले युवा ऊर्जा के सामने पहचान का संकट था। अब कोरोना में भी युवा आनलाइन पढ़ाई और परीक्षा दे रहे हैं। उन्‍होंंने कहा कि सेंंटर मेें आतंकियों को ठोकने के लिए 56 कमांडो हमेेेेेशा तैनात रहेंगे। 

loksabha election banner

गिरगिट की बदल रहे रंग

इसके आगे मुख्‍यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में आतंकी हमले होते थे और आतंकवादी भी गिरगिट की रंग तरह बदलते थे। ऐसे ही सपा के बबुआ भी बोल रहे हैं कि उनकी सरकार आती तो राम मंदिर बनवा देते। उन्‍हें सपने भी बहुत आ रहे थे। सत्‍ता में थे तब जवाहरबाग व मुजफ्फरनगर में दंगा करवा रहे थे। कार सेवकों पर गोली चलवा रहे थे। अब कम से कम माफी मांग लो। इन्‍हें देखकर गिरगिट भी शरमा जाएगा।

हमारी सरकार में नहीं हुआ कोई दंगा

जब सत्‍ता मिली थी तो इन्‍होंने पूरे प्रदेश को बेगाना बना दिया था। जब से हमारी सरकार आई है प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। दंगाई भी सहम गए हैं। गरीबों की संपत्ति कब्‍जाने वाले भी समझ गए हैं कि सरकार का बुलडोजर उनके लिए खड़ा है। लड़कियों के लिए खतरा बनने वालों को पता है कि उनका क्‍या हाल होगा। जो लोग कैराना का पलायन कराते थे वह आज सब्‍जी बेचने को मजबूर हैं। पहले अपराध नियंत्रण पर चर्चा ही नहीं होती है। अभी मैं कुछ दिन पहले गृह मंत्री के साथ आया था तो मां शाकभ्‍भरी विवि की वर्षों की लंबित मांग को पूरा किया।

सहारनपुर भी मेरे लिए अहम

मेरे लिए जितना लखनऊ उतना ही सहारनपुर। पहले की सरकारें आतंकियों से मुकदमा वापस लेती थी हम आतंकवादियों को ठोंकने ने लिए एटीएस सेंटर बना रहे हैं। इस सेंटर में 56 कमांडो हमेशा आतंकियों का काम तमाम करने के लिए तैयार रहेंगे। विवि पहले भी बन सकता था, लेकिन पिछली सरकारों ने पहल नहीं की। सहारनपुर का मेडिकल कालेज जो कांशीराम के नाम पर था पिछली सरकार ने उसका नाम ही बदल दिया। डबल इंजन की सरकार डबल डोज का काम करती है। आज जो पैसा गरीबों के मकान बनाने, एटीएस सेंटर बनाने, विवि में खर्च हो रहा है, पहले कहां जाता था। अब हमें दीवार तोड़कर गड्डियां निकालनी पड़ रही हैं। 

माफिया पर कार्रवाई पर उन्‍हें होती है पीड़ा

उनकी पीड़ा तो माफिया के साथ है। जब माफिया पर कार्रवाई होती है तब इनको पीड़ा होती है। राम मंदिर का निर्माण होता है, कांवड़ चलती है तब इनको पीड़ा होती है। हमने जो कहा वह करके दिखा दिया। हमने विकास के साथ ही सुरक्षा को भी आगे बढ़ाया। जो राम भक्‍त पर गोलियां चलवाते थे क्‍या वह राम मंदिर बनवाते। जब बेटियों के साथ छेड़छाड़ होती थी तब बोलते थे लड़कों से गलती हो जाती है। अब गलती नहीं होती। बिना भेदभाव के सबको सुरक्षा दी जा रही है। जय श्रीराम के साथ सीएम योगी का संबोधन समाप्‍त हुआ।

जानिए : क्या है एटीएस कमांडों ट्रेनिंग सेंटर

योगी सरकार ने सहारनपुर के देवबंद में एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना के लिए दो हजार वर्ग मीटर जमीन अलाट की है। देवबंद उत्तराखंड और हरियाणा की सीमा के करीब होने की वजह से भी यह सेंटर बेहद अहम है क्योंकि अक्सर यहां संदिग्ध आतंकी गतिविधियों के मामले सामने आते रहे हैं। देवबंद में स्थापित होने जा रहे इस एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर से देवबंद, सहारनपुर, मेरठ तक का एरिया कवर हो सकेगा। मेरठ में भी एटीएस की स्वान टीम पहले से तैनात है. इसके अलावा एटीएस की एक टीम नोएडा में हर वक्त रहती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासकर संदिग्ध आतंकियों पर नजर रखने और उनके छानबीन में इस सेंटर की अहम भूमिका होगी। इस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर में एक बार में 150 कमांडो ट्रेनिंग लेंगे। 55 ट्रेंड कमांडो हमेशा मौजूद रहेंगे। ट्रेनिंग देने के लिए 15 आइपीएस अफसरों की तैनाती की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.