पुरातात्विक अवशेष तलाशने के लिए दो ट्रेंच पर की साफ-सफाई
हस्तिनापुर के पांडव टीला पर सोमवार से पुरातात्विक अवशेष निखारने व नए अवशेषों को खोजने का कार्य पुन शुरूकिया गया है। सोमवार को पहले दिन बनाए गए ट्रेंच पर साफ-सफाई की और मिट्टी हटाई गई। जल्द ही विशेषज्ञ अवशेषों को खोजने का कार्य प्रारंभ करेंगे।
मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर के पांडव टीला पर सोमवार से पुरातात्विक अवशेष निखारने व नए अवशेषों को खोजने का कार्य पुन: शुरूकिया गया है। सोमवार को पहले दिन बनाए गए ट्रेंच पर साफ-सफाई की और मिट्टी हटाई गई। जल्द ही विशेषज्ञ अवशेषों को खोजने का कार्य प्रारंभ करेंगे।
जुलाई माह में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा पांडव टीले पर अधीक्षण पुरातत्वविद् डीबी गणनायक के निर्देशन में अवशेष निखारने व तलाशने का कार्य प्रारंभ किया गया था। जिसे बरसात के मौसम के चलते रोक दिया गया था। अब पुन: पांडव टीले पर अवशेषों को खोजने का कार्य प्रारंभ होने जा रहा है। सोमवार को निर्धारित ट्रेंच पर साफ-सफाई का कार्य किया गया। पहला ट्रेंच रघुनाथ महल के पास व दूसरा ट्रेंच टीले के उत्तरी छोर पर है। सहायक पुरातत्वविद् विवेक कुमार ने बताया कि अवशेषों का परीक्षण कर यह जानकारी की जाएगी कि यह किस काल से संबंधित है। उन्होंने बताया कि जहां जहां प्राचीन दीवारें हैं, उन्हें भी निखारने का कार्य किया जाएगा। जिससे आने वाले लोग पौराणिक अवशेषों को देखकर हस्तिनापुर की वैभवता का अंदाजा लगा सके। इस मौके पर रोहित सिंह, अरविद राणा आदि रहे।
सर्दी से निजात को अलाव का सहारा : सरधना कस्बा व देहात में पिछले कई दिन से सर्दी का सितम बढ़ता जा रहा है। दिनभर कड़ाके की ठंड से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, ठंड से निजात के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। गांव व देहात से लेकर कस्बे तक सोमवार को दिनभर तक कंपकंपाती ठंड बनी रही। रविवार व सोमवार दोपहर बाद कुछ देर के लिए हल्की धूप निकलने से लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली। इस दौरान आसमान में कोहरे की परत ने मौसम को अपनी चपेट में ले लिया और ठंड से लोगों कांपते रहे। उधर, कस्बावासियों ने विभिन्न स्थानों पर अलाव का सहारा लिया।