मलिन बस्तियों की छोड़िए, यहां तो पॉश कालोनी में भी सफाई नहीं होती
मेरठ। नगर निगम जहां स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की तैयारी में जुटा है वहीं शहर में सफाई का हाल बेहाल
मेरठ। नगर निगम जहां स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की तैयारी में जुटा है वहीं शहर में सफाई का हाल बेहाल है। मलिन बस्ती की बात तो छोड़िए यहां पॉश कालोनियां भी गंदगी की शिकार हैं। शास्त्रीनगर में न नियमित सफाई होती है और न ही कूड़ा उठता है। गुरुवार को दैनिक जागरण के विशेष सफाई अभियान 'स्वच्छ मेरठ, स्वस्थ मेरठ' से कालोनी के ए ब्लाक को गंदगी से निजात मिली। कालोनी के लोगों ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह को घेरकर नाराजगी जताई तथा कार्रवाई की मांग की।
शास्त्रीनगर कालोनी शहर की पॉश कालोनियों में से एक है। लेकिन यहां भी सफाई की समस्या है। जिसकी शिकायतें समय समय पर कालोनी के लोग निगम अफसरों से करते हैं। वार्ड 26 में शामिल ए ब्लाक में भी सफाई कर्मचारी के नियमित न पहुंचने तथा गंदगी के ढेर लगे होने की शिकायतें थी। यहां पार्क के आसपास गंदगी फैली थी, गलियों में कूड़ा जमा था तथा घास खड़ी थी। गुरुवार को दैनिक जागरण ने यहां अपना विशेष सफाई अभियान 'स्वच्छ मेरठ, स्वस्थ मेरठ' चलाया। जिसके तहत सफाई निरीक्षक सुरेशचंद के निर्देशन में सफाई कर्मियों की टीम ने पूरे ब्लाक की गलियां और नालियां साफ की। लंबे समय से जमा कूड़ा साफ कर दिया गया। चूना डलते ही सफाई में चार चांद लग गये।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह ने सफाई कार्य का निरीक्षण किया और जनता की समस्याएं सुनी। कालोनी की जनता ने सफाई कर्मियों की मनमानी की शिकायत करके कार्रवाई की मांग की।
पार्क में लगेगी कंपोस्टिंग यूनिट
ए ब्लाक की जनता ने कालोनी से निकलने वाली पेड़ की कटिंग कई कई दिन तक न उठने की शिकायत की। जिस पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने उन्हें निगम की मदद से पार्क में कंपोस्टिंग यूनिट स्थापित कराने की अपील की। जिसे लोगों ने मान भी लिया।
बोर्ड में उठेगा समान कर्मचारी वितरण का मुद्दा
पार्षद सुनीता रानी और उनके पति नरेंद्र राष्ट्रवादी ने बताया कि वार्ड का क्षेत्रफल अत्यधिक बड़ा है। सफाई कर्मचारी काफी कम हैं। नये परिसीमन में वार्ड के पुराने कर्मचारियों को भी दूसरे वार्ड में भेज दिया गया। नये क्षेत्र के लिए कर्मचारी नहीं दिये गये। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि शहर में कई वाडों में सफाई कर्मियों का असमान वितरण है। इस बार बोर्ड बैठक में इस विसंगति को खत्म करके एकसमान कर्मचारी वितरण का प्रयास किया जाएगा।
सांसद की गाड़ी पर हंगामा
इसी ब्लाक में राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम का निवास है। सांसद के पति अभियान में शामिल हुए तो कालोनी के कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप था कि सांसद की गाड़ी से कालोनी का एक गेट बंद हो जाता है। जिससे लोगों को परेशान होती है। सांसद के पति ने कहा कि कालोनी के लोग जहां कहेंगे गाड़ी नहीं खड़ी हो जाएगी। लोगों ने ब्लाक में गंदगी पर पार्षद पति नरेंद्र राष्ट्रवादी से भी नाराजगी जताई।