सपाइयों की पुलिस से झड़प, जिलाध्यक्ष समेत कई नेता गिरफ्तार
प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर किसानों के समर्थन में कमिश्नरी चौराहे पर धरना देने पहुंचे सपाइयों की पुलिस से जोरदार झड़प हुई।
मेरठ, जेएनएन। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर किसानों के समर्थन में कमिश्नरी चौराहे पर धरना देने पहुंचे सपाइयों की पुलिस से जोरदार झड़प हुई। सपा जिलाध्यक्ष समेत कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान सपा नेता अतुल प्रधान भी अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। देखते ही देखते पुलिस और सपाइयों में झड़प और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी सपाइयों को गिरफ्तार कर लिया। जिलाध्यक्ष को हस्तिनापुर में तो सपा नेता अतुल प्रधान को कसेरूबक्सर में कार्यकर्ताओं के साथ नजरबंद रखा। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह की अगुवाई में बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता सुबह 11.30 बजे कमिश्नरी चौराहे पहुंचे। उधर, सुबह से ही कई थानों की पुलिस और आरएएफ पहले से यहां मौजूद थी। सपा नेता और कार्यकर्ताओं को मेरठ कालेज के गेट पर पुलिस ने घेर लिया। सपाई वहीं धरने पर बैठ गए और सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह और नेता अतुल प्रधान समेत प्रदर्शन कर रहे सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि यह अघोषित इमरजेंसी है। सरकार पुलिस के दम पर किसानों के समर्थन में उठ रही आवाज को दबाना चाहती है। अतुल प्रधान ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। उधर निवर्तमान महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी को पुलिस ने उनके आवास पर नजरबंद कर दिया है। गिरफ्तारी देने वालों में विपिन मनोठिया, सम्राट मलिक, मनोज चपराना, बाबर चौहान, गोपाल अग्रवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, राजदीप विकल समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।
सात दिनों में तीसरी बार नजरबंद किए गए आप के प्रदेश सचिव
गंगानगर में आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव अंकुश चौधरी को पिछले सात दिनों में सोमवार को तीसरी बार पुलिस ने नजरबंद करके रखा। सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक घर में नजरबंद करके रखा गया। इस दौरान अंकुश ने एक दिन का उपवास भी रखा। वहीं, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया युवजन सभा के प्रदेश महासचिव हिमांशु सिद्धार्थ व जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी व जसवीर सिंह छिलौरा को गंगानगर थाने में नजरबंद करके रखा गया।