Farmer Protest in UP: मेरठ में सपा और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की, कई जगहों पर चक्का जाम; तस्वीरों में देखें अन्य जिलों का हाल
Farmer Protest in UP किसान कानून का विरोध पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी जारी है। सोमवार को किसान के भूख हड़ताल ने मेरठ समेत वेस्ट यूपी के तमाम जिलों में विरोध को और तेज कर दिया। किसान आंदोलन को कई संगठनों का साथ मिला।
मेरठ, जेएनएन। किसान कानून का विरोध पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी जारी है। सोमवार को किसान के भूख हड़ताल ने मेरठ समेत वेस्ट यूपी के तमाम जिलों में विरोध को और तेज कर दिया। किसान आंदोलन को कई संगठनों का साथ मिला। सपा, राष्ट्रीय लोक दल व कांग्रेस जैसे विपक्ष ने तो किसान प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए जहां जगह मिला वहीं प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मेरठ में कई जगहों पर प्रदर्शन चला। कई मुख्य मार्गों पर प्रदर्शनकारियों का आना जारी रहा। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बाद भी प्रदर्शन तेज रहा। हालाकि पुलिस ने कई हंगामे की संभावना को नहीं होने दिया। मेरठ में सपा जिला अध्यक्ष अतुल प्रधान और उनके साथ धरने पर बैठे 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। अन्य जिलो में कई नेता नजरबंद रहे।
मेरठ में सपा का हंगामा और पुलिस से झड़प
शहर में कमिश्नरी चौराहे पर सुबह ही सपा जिला अध्यक्ष अतुल प्रधान और अन्य कार्यकर्ता धरना देने पहुंच गए थे। शहर में तैनात पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका और धरने से उठाने लगी। इसके विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के इस कार्रवाई का विरोध किया और पुलिस से धक्का-मुक्की व झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने अतुल प्रधान समेत 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। वहीं कलेक्ट्रेट में किसानों ने प्रदर्शन कर कानून के विरोध में ज्ञापन सौंपा। मेरठ कांग्रेस जिला अध्यक्ष को उनके आवास पर नजरबंद किया गया तो वे आवास पर ही उपवास पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठ गए। उधर, देहात क्षेत्र में भी सपा नेताओं व अन्य नेताओं को नजरबंद किया गया था। इस दौरान पूरे जनपद में पुलिस की तैनाती रही।
बिजनौर में बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास
किसान आंदोलन के मद्देनजर बिजनौर जिले में पुलिस की भारी तैनाती रही। पूरा बिजनौर छावनी में तब्दील रहा। नुमाइश चौराहे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा रखा था। जब सपाइयों का दल उधर आया तो बैरिकेडिंग को हटाने की कोशिश की गई। पुलिस ने किसी तरह वहां की स्थिति को काबू किया। पुलिस के बड़े अधिकारी शहर में निरीक्षण करते हुए नजर आए। सेंट मेरी, कलेक्ट्रेट व अपने आवास के बाहर राष्ट्रीय लोक दल और सपा कार्यकर्ता जुटे रहे।
बागपत में पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं में धक्कामुक्की
जिले में विरोध के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुई। तो वहीं दर्जा प्राप्त पूर्व मंत्री हाजी तरा बुद्दीन की हालत बिगड़ी गई। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। इधर, रालोद व सपा जिला अध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर दिया गया।
मुजफ्फरनगर में चक्का जाम
कृषि कानून के विरोध में सपा व राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम कर की घोषण किया तो पुलिस ने भी पूरी तैयारी के साथ शहर समेत पूरे जिले में विरोध कर रहे नेताओं को नजरबंद कर दिया। लेकिन इसके बावजूद भी कई जगहों पर धरने की सुगबुगाहट होती रही। जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया।
सहारनपुर में टिकैट का निकला काफिला
कानून के विरोध में जिले में टिकैट का काफिला निकला तो पुलिस भी सतर्क हो गई। टिकैट का काफिला शहर के मुख्य चौराहों से निकलते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां पर भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार व कार्यकर्ताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। शहर में विरोध होने की संभावना को देखते हुए पुलिस ने कई नेताओं को नजरबंद किया। जिला अध्यक्ष चौधरी रूद्रसेन और उनके सैकड़ो समर्थकों समेत राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश महासचिव अयूब हसन को नजबंद किया। शहर के मुख्य मार्गों में जमा की स्थिति बनी रही।
बुलंदशहर में जलाई गन्ने की होलिका
भाकियू और सपा के कार्यकर्ता शहर के मुख्य चौराहे पर इक्कठा हो गए। और प्रदर्शन करने लगे। विरोध के दौरान ही कुछ कार्यकर्ताओं ने गन्ने की होलिका जलाई। वहीं धरना प्रदर्शन करने के लिए कलेक्ट्रेट आ रहे जिले से कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
शामली में लगा जाम
कानून के विरोध में कई जगहों से सपा व राष्ट्रीय लोक दल कार्यकर्ता आने लगे। इस दौरान पुलिस रालोद के राष्ट्रीय महासचिव अशरफ अली खान व सपा जिला अध्यक्ष अशोक चौधरी को नजरंबद किया गया। कई जगहों पर चक्का जाम होने से जाम की स्थिति बनी रही। जाम में कई घंटों तक लोग फंसे रहे।