रेलवे कॉलोनी में घुसी सिटी ट्रांसपोर्ट की बस, हादसा टला
रेलवे कॉलोनी में घुसी सिटी ट्रांसपोर्ट की बस, हादसा टला सिटी स्टेशन पर सिटी ट्रांसपोर्ट की बस से बुधवार को बड़ा हादसा होने से टल गया। सुबह करीब 11.30 बजे स्टेशन पर खड़ी बस स्टार्ट नहीं हो रही थी। बस से उतरकर चालक ने बोनट खोला और बस को स्टार्ट करने की कोशिश करने लगा। इस दौरान गियर पड़ा हुआ था। अचानक बस स्टार्ट हो गई और रेलवे कॉलोनी में घुस गई। कॉलोनी में स्थित गेट के आगे गड्ढा था, जिसमें फंसकर बस रुक गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस की चपेट में आने से तीन युवक बाल-बाल बच गए। बस को दूसरी बस के साथ चेन से जोड़कर गढ्डे से निकाला गया।
मेरठ : सिटी स्टेशन पर सिटी ट्रांसपोर्ट की बस से बुधवार को बड़ा हादसा होने से टल गया। सुबह करीब 11.30 बजे स्टेशन पर खड़ी बस स्टार्ट नहीं हो रही थी। बस से उतरकर चालक ने बोनट खोला और बस को स्टार्ट करने की कोशिश करने लगा। इस दौरान गियर पड़ा हुआ था। अचानक बस स्टार्ट हो गई और रेलवे कॉलोनी में घुस गई। कॉलोनी में स्थित गेट के आगे गड्ढा था, जिसमें फंसकर बस रुक गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस की चपेट में आने से तीन युवक बाल-बाल बच गए। बस को दूसरी बस के साथ चेन से जोड़कर गढ्डे से निकाला गया।
साल 2009 में जवाहर लाल नेहरू नेशनल अर्बन रिनुअल मिशन के अंतर्गत सिटी ट्रांसपोर्ट बसों का संचालन शुरू हुआ था। इन बसों की मेंटिनेंस का जिम्मा श्यामा श्याम सर्विस सेंटर के पास है, लेकिन बसों की हालत खराब है। ड्राइवर की सीट से लेकर यात्रियों की सीट तक खस्ताहाल हालत में है। इन बसों के मेंटीनेंस के लिए हर महीने 30 से 40 लाख का खर्च किया जा रहा है। बावजूद इसके बसों में टूल किट से लेकर फर्स्ट एड किट तक गायब है।
हेड लाइट तक नहीं
शहर में चलने वाली इन बसों में इंडिकेटर से लेकर हेड लाइट तक नहीं हैं। वहीं स्टपनी तक इन बसों से गायब हो गई है। हैंड हुक भी नहीं हैं। एमडी को नहीं पता बसों का हाल
एमडी विजय कुमार से इस घटना पर बात की गई तो उन्होंने बसों की स्थिति के बारे में जानकारी होने से ही इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि दो दिन में फोनमैन से रिपोर्ट तलब की गई है।