फूल से प्यारे बच्चों का फूलों से स्वागत
स्कूल खोलने के तीसरे चरण में सोमवार को प्राइमरी स्कूलों के बचों को भी स्कूलों में बुलाया गया।
मेरठ, जेएनएन। स्कूल खोलने के तीसरे चरण में सोमवार को प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को भी स्कूलों में बुलाया गया। पहले दिन कक्षा एक व पांचवीं के बच्चे स्कूल पहुंचे। स्कूल में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अलग-अलग अंदाज में बच्चों का स्वागत किया। किसी ने फूल बरसाए तो किसी ने गुब्बारे व चाकलेट के साथ बच्चों का स्वागत किया। करीब 11 महीने बाद स्कूल पहुंचे बच्चे भी खुश चेहरे के साथ स्कूल पहुंचे। शिक्षिकाओं के साथ वेलकम गीत में हिस्सा लिया। स्कूल में शिक्षकों ने बच्चों से उनके छुट्टी के दिनों के बारे में जाना और बच्चों के पठन-पाठन के स्तर को भी परखने की कोशिश की। सोमवार को बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित प्राइमरी व माध्यमिक स्कूलों से संलग्न प्राइमरी स्कूलों में बच्चे पहुंचे। पहले दिन आधे बच्चों को ही बुलाया गया था, लेकिन फिर भी उपस्थिति कम रही।
डीएम ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी के. बालाजी ने सोमवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय कमालपुर का निरीक्षण किया। उन्होंने शिक्षकों ने स्कूल की स्थिति की जानकारी ली और बच्चों से भी बातचीत कर उनका हाल जाना। डीएम ने शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा और साथ में निरीक्षण को पहुंचे बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्कूलों में सभी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश भी दिए। बीएसए सतेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में 1072 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। कक्षा एक से पांच तक के 637, कक्षा छह से आठ तक के 171 और कक्षा एक से आठ तक के 264 विद्यालय कंपोजिट हैं। पहले दिन 50 फीसद बच्चों को ही स्कूल में बुलाया गया।
हर किसी ने अगल-अलग
अंदाज में किया स्वागत
प्राइमरी स्कूलों में हुए कायाकल्प ने पहले ही स्कूलों का चेहरा बदल दिया है। इसके बाद शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बच्चों के आगमन को यादगार बनाने के लिए अलग-अलग अंदाज में उनका स्वागत किया। प्राथमिक विद्यालय कमालपुर में शिक्षिका यतिका पुंडीर व सहबा जमाल ने बच्चों का क्लासरूम गुब्बारों व कार्टून से सजाया। साथ ही बच्चों का स्वागत करते हुए उन्हें उपहार भी प्रदान किया। कंपोजिट विद्यालय कृष्णपुरी मेरठ में मातृसूदन कौशिक व अन्य शिक्षकों ने बच्चों को माला पहनाकर उनका स्वागत किया। प्राथमिक विद्यालय सलावा सरधना में प्रधानाध्यापिका गीता सचदेवा ने सुसज्जित स्कूल में बच्चों का स्वागत टाफी व बिस्किट देकर किया। बच्चों ने शिक्षिकाओं के साथ गीत व नृत्य में भी हिस्सा लिया। प्राथमिक विद्यालय रजपुरा में प्रधानाध्यापिका ने बच्चों को टीका लगाकर तो अन्य शिक्षिकाओं ने उनके हाथ सैनिटाइज कर स्कूल में प्रवेश के लिए आमंत्रित किया।
चलेगा सौ दिन का प्रेरणा उत्सव
लाकडाउन में हुए पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए प्राइमरी व उच्च प्राइमरी स्कूलों में सौ दिनों का प्रेरणा उत्सव चलाया जाएगा। इसमें बच्चों को उपचारात्मक क्लास के जरिए उनकी पढ़ाई के नुकसान को भरपाई करने की कोशिश की जाएगी। इसमें बच्चों को पिछली कक्षा का सिलेबस पढ़ाया जाएगा। सौ दिन का यह अभियान पूरा होने के बाद अगली कक्षा की पढ़ाई शुरू होगी।
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सीबीएसई स्कूलों में भी पहुंचे बच्चे
सीबीएसई और आइसीएसई के अधिकतर स्कूलों में सोमवार को आनलाइन वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। प्राइमरी तक सभी स्कूल आनलाइन परीक्षा करा रहे हैं, जबकि छह से आठवीं तक में कुछ स्कूल आफलाइन व आनलाइन दोनों का आप्शन दे रहे हैं। वहीं कुछ स्कूल सोमवार को खुले भी जहां कम संख्या में ही सही पर कुछ बच्चे स्कूल भी पहुंचे। मेरठ सिटी पब्लिक स्कूल में कक्षा एक व पांचवीं के बच्चे सोमवार को स्कूल पहुंचे। शिक्षिकाओं ने गर्मजोशी ने बच्चों का स्वागत किया। गेट पर ही सैनिटाइज करने के बाद थर्मल स्कैनिग करते हुए उन्हें स्कूल के भीतर प्रवेश कराया गया। कक्षा में पहुंचने पर बच्चों को चाकलेट प्रदान किया गया।
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इस तरह बुलाना है बच्चों
के स्कूल प्राथमिक स्तर
सोमवार व गुरुवार : कक्षा एक व पांच के बच्चे
मंगलवार व शुक्रवार : कक्षा दो व चार के बच्चे
बुधवार व शनिवार : कक्षा तीन के बच्चे
उच्च प्राथमिक स्तर
सोमवार व गुरुवार : कक्षा छह
मंगलवार व शुक्रवार : कक्षा सात
बुधवार व शनिवार : कक्षा आठ