बुलंदशहर में किशोर की मौत के मामले में बाल संप्रेक्षण गृह प्रभारी निलंबित
बुलंदशहर में गत छह सितंबर की दोपहर राजकीय संप्रेक्षण गृह में किशोर ने शौचालय में लोवर के नाड़े से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिग आया है यानि हत्या करके शव नहीं लटकाया गया बल्कि खुदकुशी की है।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। छह सितंबर की दोपहर राजकीय संप्रेक्षण गृह में एक किशोर बंदी ने शौचालय में आत्महत्या कर ली थी, इस मामले की जांच लखनऊ से आए महिला कल्याण उपनिदेशक ने की। जांच में राजकीय संप्रेक्षण गृह के प्रभारी रतन ङ्क्षसह की लापरवाही उजागर हुई है। महिला कल्याण निदेशक मनोज राय ने रतन ङ्क्षसह को निलंबित कर दिया है। उधर, मृतक किशोर के पिता ने संप्रेक्षण गृह के प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की है।
यह है मामला
छह सितंबर की दोपहर को किशोर ने शौचालय में लोवर के नाड़े से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिग आया है, यानि हत्या करके शव नहीं लटकाया गया बल्कि खुदकुशी की है। सात सितंबर की देर रात लखनऊ से महिला कल्याण विभाग के उपनिदेशक बीएस निरंजन के नेतृत्व में एक टीम राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह पहुंची और प्रबंधन, पुलिस व एक दर्जन बाल बंदियों से रात दो बजे तक पूछताछ की गई। इसकी वीडियोग्राफी बनाई गई। उपनिदेशक की रिपोर्ट पर राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी रतन सिंह को निदेशक मनोज राय ने निलंबित कर दिया है। उधर, मृतक किशोर के अमरोहा के सुल्तान नगर निवासी पिता ने एसएसपी को एक शिकायती पत्र सौंपा है। उन्होंने पूर्व में दर्ज मुकदमे में सफाई कर्मचारी, रसोइया और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के खिलाफ भी बेटे की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। एसएसपी ने दर्ज मुकदमे में इनके नाम भी शामिल करने का आश्वासन दिया है।
मामले में यह हुई कार्रवाई
पीडि़त पिता की तहरीर पर पांच किशोर बंदियों और एक दंपती व उनके बहनोई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जबकि डीएम के निर्देशन पर हुई कार्रवाई में रसोइया राजेंद्र ङ्क्षसह, सफाईकर्मी नवीन कुमार और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अफसर खां की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
इन्होंने कहा...
निदेशालय से राजकीय संप्रेक्षण गृह के प्रभारी रतन ङ्क्षसह को निलंबित कर दिया गया है। आउट सोर्सिंग पर तैनात कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए संबंधित कंपनी को लिखा गया है।
नागेंद्र पाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी