Chhath Puja 2018: उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर लोक आस्था का छठ महापर्व संपन्न
लोक आस्था का महापर्व छह बुधवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुआ। मेरठ में गगोल तीर्थ, गंगानगर, न्यू मीनाक्षीपुरम, मवाना चीनी मिल आदि में छठ पूजा की गई।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 12:49 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 12:49 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ बुधवार को छठ का महापर्व पूरा हुआ। 36 घंटे के उपवास के बाद व्रतियों ने अपना प्रसाद ग्रहण किया। सुबह तीन बजे से गगोल घाट पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। पूरे घाट को फूलों से सजाया गया था।
गीत गाते हुए पूजन करने पहुंचीं
मवाना चीनी मिल, न्यू मीनाक्षीपुरम, गंगानगर, चौ. चरण सिंह विवि सहित शहर के कई हिस्सों में छठ पूजा करने के लिए महिलाएं, पुरुष, बच्चे सुबह से जुटे। भोजपुरी में छठ के मधुर गीत गाते हुए श्रद्धालु महिलाएं पूजन करने पहुंचीं। छठ व्रतियों ने घाट पर उगते सूर्य की पूजा की। फिर प्रसाद ग्रहण कर उपवास समाप्त किया। छठ महापर्व के अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को प्रसाद भी बांटा।
चार दिन का महापर्व
छठ कुल चार दिनों तक चलने वाला महापर्व है। खरना की शाम प्रसाद खाने के बाद व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही प्रसाद खाकर व्रत खोलती हैं। नहाय खाय से इसकी शुरुआत होती है। दूसरे दिन खरना के बाद तीसरे दिन लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते हैं। बुधवार चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व पूर्व पूरा हो गया।
गीत गाते हुए पूजन करने पहुंचीं
मवाना चीनी मिल, न्यू मीनाक्षीपुरम, गंगानगर, चौ. चरण सिंह विवि सहित शहर के कई हिस्सों में छठ पूजा करने के लिए महिलाएं, पुरुष, बच्चे सुबह से जुटे। भोजपुरी में छठ के मधुर गीत गाते हुए श्रद्धालु महिलाएं पूजन करने पहुंचीं। छठ व्रतियों ने घाट पर उगते सूर्य की पूजा की। फिर प्रसाद ग्रहण कर उपवास समाप्त किया। छठ महापर्व के अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को प्रसाद भी बांटा।
चार दिन का महापर्व
छठ कुल चार दिनों तक चलने वाला महापर्व है। खरना की शाम प्रसाद खाने के बाद व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही प्रसाद खाकर व्रत खोलती हैं। नहाय खाय से इसकी शुरुआत होती है। दूसरे दिन खरना के बाद तीसरे दिन लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते हैं। बुधवार चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व पूर्व पूरा हो गया।
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