किसी भी एजेंसी से जांच करा लो..तीनों को झूठा जेल भेजा है
खरखौदा थाना पुलिस के द्वारा दिल्ली पुलिस के हवलदार सरबजीत सिंह की हत्या में जेल भेजे गए तीन युवकों को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि झूठा पुलिस ने जेल भेजा है। चाहे पुलिस किसी भी निष्पक्ष जांच एजेंसी से जांच करा ले। उन्होंने मांग की है कि पुलिस अपनी रिपोर्ट कोर्ट में देकर तीनों को बाहर निकाले।
मेरठ । खरखौदा थाना पुलिस के द्वारा दिल्ली पुलिस के हवलदार सरबजीत सिंह की हत्या में जेल भेजे गए तीन युवकों को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि झूठा पुलिस ने जेल भेजा है। चाहे पुलिस किसी भी निष्पक्ष जांच एजेंसी से जांच करा ले। उन्होंने मांग की है कि पुलिस अपनी रिपोर्ट कोर्ट में देकर तीनों को बाहर निकाले।
गौरतलब है कि 14 अक्टूबर को बढ़ला निवासी सरबजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या में क्राइम ब्रांच ने मुंडाली थानाक्षेत्र के गांव इलाहाबाद मडैय्या निवासी समरपाल के बेटे लोकेंद्र, अंकित और एक अन्य युवक नितिन को उठाकर पूछताछ की थी। जिन्हें बेकसूर बताकर बाद में छोड़ दिया था। बाद में फिर से थाना पुलिस ने तीनों को उठाया और सरबजीत की पत्नी संगीता से उनकी शिनाख्त परेड कराई। संगीता ने लोकेंद्र और अंकित को पहचान लिया। जिस समय वारदात हुई थी। उस समय संगीता अपनी दो बेटियों के साथ पति के साथ थी। इसी आधार पर पुलिस ने तीनों को जेल भेजा था। सोमवार को एसएसपी आफिस आए ग्रामीणों समरपाल, नरवीर सिंह, रोबिन, नरेंद्र कौर, मुन्नी, सविता देवी, बंटी, रमेश आदि ने बताया कि जिस दिन घटना हुई, उस दिन लोकेंद्र एक शादी में गया हुआ था। उसकी लोकेशन ग्राम पिपलोती जिला अमरोहा की है। बाकी दोनों की लोकेशन भी अलग अलग स्थानों की है। एसपी क्राइम डा. बीपी अशोक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह जांच के बाद कार्रवाई कराएंगे।
मेरठ के कलाम रेस्टोरेंट में फिर फाय¨रग, मची भगदड़ : मोदीनगर हाईवे स्थित कलाम रेस्टोरेंट सोमवार रात फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। तीन बाइक पर आए करीब आठ लोगों ने मुकदमा वापस न लेने पर पूरे स्टाफ को मौत के घाट उतारने की धमकी देते हुए फाय¨रग कर दी। फाय¨रग से रेस्टोरेंट के ग्राहकों और कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही है।