Chaudhary Ajit Singh स्मृति शेष : ...तो चौधरी साहब गृहमंत्री बन जाते, बागपत में पूर्व MLA ने ताजा की यादें
उस वक्त चौधरी अजित सिंह बोले थे कि मैं कृषि मंत्री हूं...यह काम गृह मंत्रालय का है। वह कैसे तबादला करा सकते हैं। तपाक से छपरौली के लोग बोले कि चौधरी साहब आप गृहमंत्री क्यों नहीं बने। हमें तो गृहमंत्री की जरूरत है जो म्हारा काम करें।
बागपत, जेएनएन। कंप्यूटर इजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर भारत की सियासत में कदम रखने वाले स्व. चौधरी अजित सिंह छपरौली के लोगों के मिजाज को अच्छे से जानते थे। पूर्व विधायक डा. अजय तोमर बताते हैं कि वर्ष 2002 में एक बार छपरौली के कुछ लोग दिल्ली में अजित सिंह के पास पहुंचकर बोले कि हमारा लड़का बीएसफ में गोवा में तैनात है।
गोवा का पानी उन्हें रास नहीं आ रहा। उनका तबादला चाहे कश्मीर करा दो, लेकिन गोवा से हटवा दो। यह सुन अजित सिंह बोले कि मैं कृषि मंत्री हूं...यह काम गृह मंत्रालय का है। वह कैसे तबादला करा सकते हैं। तपाक से छपरौली के लोग बोले कि चौधरी साहब आप गृहमंत्री क्यों नहीं बने। हमें तो गृहमंत्री की जरूरत है, जो म्हारा काम करें। खेती किसानी तो हम खूब जानते हैं।
ऐसा करिए चौधरी साहब कृषि मंत्रालय छोड़कर गृहमंत्री बन जाओ। यह सुन अजित सिंह हंसी का ठहाके लगाने से खुद को नहीं रोक सके। चौ. अजित सिंह ने बीएसएफ के उच्च अधिकारी को फोन कर मिनटों में उनके लड़के का तबादला करा दिया। अब ऐसा नेता कहां मिलेगा, जो लोगों के ऐसी बातें कहने के बादभी हंसी में टाल देते थे।