20 लाख आबादी के लिए गर्मी में शुद्ध पेयजल आपूर्ति बनी चुनौती
गर्मियां शुरू होते ही शहर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति एक चुनौती बन गई है। बीस लाख आबादी वाले इस शहर में जगह-जगह गंदा पानी आने की शिकायतें आने लगी हैं।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 10:01 AM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 10:01 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। शहर की 20 लाख आबादी को पेयजल आपूर्ति का कोई संकट नहीं है। जलकल विभाग के पास पर्याप्त पानी है,लेकिन शुद्ध पेयजल लोगों के घरों तक पहुंचाना चुनौती है। कई मोहल्लों से गंदे पानी की शिकायतें आनी शुरू हो गई हैं।
आरओ लगवाना मजबूरी
कृष्णा विहार कालोनी के रोहित शर्मा ने नगर निगम में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी कालोनी में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। जिससे लोग आरओ लगाने को मजबूर हैं। दो दिन पहले शिकायत का अभी तक निराकरण भी नहीं हुआ है। वहीं,मेंहदी मोहल्ला कंकरखेड़ा के रोहताश कुमार भी कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। उनके यहां भी गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही है।
गंदा पानी आने की शिकायत
इसी तरह चंद्रलोक कालोनी से भी लोगों ने पानी की आपूर्ति बाधित रहने और गंदा पानी आने की शिकायत की है। उल्लेखनीय है कि गर्मी के मौसम में गंदा पानी पीने से लोगों के बीमार पड़ने का खतरा रहता है। बच्चे डायरिया के चपेट में आ सकते हैं। इस खतरे को देखते हुए लोग सचेत रहते हैं। यही वजह हैं कि पारा चढ़ते ही पेयजल से संबंधित शिकायतों ने जोर पकड़ लिया है।
जलकल का दावा,करेंगे क्लोरीनेशन
उधर शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए जलकल विभाग के अभियंताओं का दावा है कि सभी नलकूपों पर क्लोरीन मिलाकर ही पेयजल आपूर्ति की जाएगी। हालांकि अभी एल ब्लॉक व रामबाग समेत कई नलकूपों पर क्लोरीनेशन नहीं किया जा रहा है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर दो किलोमीटर वाटर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। जिसे अभी तक ठीक नहीं किया गया है। लगभग 100 दस एचपी नलकूपों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। 14 बड़े नलकूप रिबोर का कार्य जारी है। जिसमें गंगा नगर,नई बस्ती,सूरजकुंड,सोफीपुर के नलकूप शामिल है।
दूषित पानी से होते हैं ये रोग
गर्मी के मौसम में दूषित पानी पीने का मतलब है कि बीमारियों को न्यौता देना। दूषित पानी से पीलिया, गैस्ट्रो इंटराइटिस, जुकाम, पेचिस, हैजा व डायरिया आदि रोग होने का खतरा रहता है।
इनका कहना है
शिकायतों को देखते हुए सोमवार को बैठक ली है। जलकल विभाग के तीनों जोन के अभियंताओं को शुद्ध पेयजल आपूर्ति सहित अन्य समस्याओं के त्वरित निराकरण का निर्देश दिया गया है।
- अमित कुमार सिंह,अपर नगर आयुक्त
आरओ लगवाना मजबूरी
कृष्णा विहार कालोनी के रोहित शर्मा ने नगर निगम में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी कालोनी में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। जिससे लोग आरओ लगाने को मजबूर हैं। दो दिन पहले शिकायत का अभी तक निराकरण भी नहीं हुआ है। वहीं,मेंहदी मोहल्ला कंकरखेड़ा के रोहताश कुमार भी कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। उनके यहां भी गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही है।
गंदा पानी आने की शिकायत
इसी तरह चंद्रलोक कालोनी से भी लोगों ने पानी की आपूर्ति बाधित रहने और गंदा पानी आने की शिकायत की है। उल्लेखनीय है कि गर्मी के मौसम में गंदा पानी पीने से लोगों के बीमार पड़ने का खतरा रहता है। बच्चे डायरिया के चपेट में आ सकते हैं। इस खतरे को देखते हुए लोग सचेत रहते हैं। यही वजह हैं कि पारा चढ़ते ही पेयजल से संबंधित शिकायतों ने जोर पकड़ लिया है।
जलकल का दावा,करेंगे क्लोरीनेशन
उधर शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए जलकल विभाग के अभियंताओं का दावा है कि सभी नलकूपों पर क्लोरीन मिलाकर ही पेयजल आपूर्ति की जाएगी। हालांकि अभी एल ब्लॉक व रामबाग समेत कई नलकूपों पर क्लोरीनेशन नहीं किया जा रहा है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर दो किलोमीटर वाटर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। जिसे अभी तक ठीक नहीं किया गया है। लगभग 100 दस एचपी नलकूपों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। 14 बड़े नलकूप रिबोर का कार्य जारी है। जिसमें गंगा नगर,नई बस्ती,सूरजकुंड,सोफीपुर के नलकूप शामिल है।
दूषित पानी से होते हैं ये रोग
गर्मी के मौसम में दूषित पानी पीने का मतलब है कि बीमारियों को न्यौता देना। दूषित पानी से पीलिया, गैस्ट्रो इंटराइटिस, जुकाम, पेचिस, हैजा व डायरिया आदि रोग होने का खतरा रहता है।
इनका कहना है
शिकायतों को देखते हुए सोमवार को बैठक ली है। जलकल विभाग के तीनों जोन के अभियंताओं को शुद्ध पेयजल आपूर्ति सहित अन्य समस्याओं के त्वरित निराकरण का निर्देश दिया गया है।
- अमित कुमार सिंह,अपर नगर आयुक्त
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