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कृषि विधेयक : भाकियू का चक्का जाम, तस्‍वीरों में देखें मेरठ और आसपास के जिलों का हाल

केंद्र सरकार के कृषि विधेयक का विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वेस्‍ट यूपी में भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेश संगठन के आह्वान पर शुक्रवार को चक्का जाम कर दिया। मेरठ जिले के लगभग सभी प्रवेश मार्ग भाकियू के लोगों ने बंद कर दिए।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 12:49 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 02:12 PM (IST)
कृषि विधेयक : भाकियू का चक्का जाम, तस्‍वीरों में देखें मेरठ और आसपास के जिलों का हाल
कृषि विधेयक के विरोध में भारतीय किसान यूनियन का चक्‍का जाम।

मेरठ, जेएनएन। कृषि विधेयक के विरोध में भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेश संगठन के आह्वान पर मेरठ और आसपास के जिलों में शुक्रवार को चक्का जाम कर दिया। मेरठ जिले के लगभग सभी प्रवेश मार्ग भाकियू के लोगों ने बंद कर दिए और जमकर विधेयक के विरोध में नारेबाजी की। मेरठ जिले में प्रवेश करने वाले छह मुख्य मार्ग बंद होने से छोटे बडे वाहन सवार लोग परेशान हो गए। लगभग सभी जिलों का यही हाल रहा। सुबह 11 बजे से चक्का जाम करते हुए भाकियू ने मुख्य मार्ग बंद कराए। मौके पर सभी जगह स्थानीय पुलिस व आरआरएफ के जवान मौजूद रहे।

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चक्का जाम से कराएंगे किसानों की ताकत का अंदाजा

भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता व मेरठ मंडल अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया कि केंद्र सरकार ने कृषि विधेयक लाकर किसानों को धोखा देने का काम किया है। कृषि विधेयक के जरिये किसानों को लूटने की नयी इबारत लिखने की तैयारी की गई है। किसानों को कमजोर समझने वाली सरकारों के लिए यह आंदोलन एक सबक रहेगा।

मेरठ में छह मुख्य मार्गों चक्का जाम

जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि जिले में मवाना खुर्द पर नरेश चौधरी, नानू गंगनहर पुल पर जिलाध्यक्ष स्वयं, परतापुर बाइपास पर विजयपाल घोपाल व दीपक, दिल्ली-दून बाइपास स्थित दौराला फ्लाई ओवर के पास संजय दौरालिया रविंद्र दौरालिया व नवाब सिंह अहलावत, जानी खुर्द में हरेंद्र जानी व जमील अंसारी और खिर्वा बाइपास पर विनोद जिटौली ईलम सिंह व महाराज सिंह के नेतृत्व में भाकियू चक्का जाम कर रही है।

इन्‍हें मिली छूट

बताया कि चक्का जाम के दौरान केवल सेना के वाहन, एंबुलेंस, छात्र, पुलिस व अंतिम यात्रा वाहनों को ही निकलने दिया जाएगा। इसके अलावा सभी प्रकार के आवागमन को रोककर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए रणनीति अपनाई जाएगी।

भाकियू के साथ नहीं जुटे किसान, चुनिंदा लोगों पर सिमटा आंदोलन

भारतीय किसान यूनियन के चक्का जाम प्रदर्शन को लेकर किसानों का पक्ष अलग ही रहा। हालांकि भाकियू ने दावा किया कि उनका आंदोलन कृषि विधेयक के विरोध ऐतिहासिक रहेगा। लेकिन मौके पर देखकर चक्का जाम करने की औपचारिकता ज्यादा लगी।  भाकियू के चुनिंदा लोग ही ट्रैक्टर ट्राली लेकर जाम लगाने में लगे रहे। एंबुलेंस व छात्रों को रास्ता पार कराया, अन्य वाहनों को जबरन रोका सभी स्थानों पर चक्का जाम के दौरान भाकियू के लोगों ने सभी छोटे बडे वाहनों को बीच हाइवे पर ट्रैक्टर ट्राली लगाकर रोक लिया। लेकिन छात्रों, महिलाओं व एंबुलेंस को रास्ता देकर गंतव्य के लिए आगे बढाया। हालांकि, इस दौरान बड़ी संख्या छोटे बच्चों के साथ महिलाएं परेशान रहीं। कुछ जगह भाकियू और राहगीरों के बीच में हल्की फुल्की नोंकझोक भी हुई।

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सहारनपुर में हरियाणा बॉर्डर पर चक्का जाम

सहारनपुर में किसान विरोधी कृषि विधेयक के विरोध में देशव्यापी आंदोलन के तहत शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन ने जिले में चार स्थानों पर जाम लगाया। कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार को जिले में नागल फतेहपुर रामपुर और सरसावा थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में हरियाणा बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन  द्वारा चक्का जाम किया गया है किसानों की मांग है कि किसान विरोधी कृषि विधेयक वापस लिए जाएं चीनी मिलों पर बकाया गन्ना भुगतान तुरंत करा जाए। बीकेयू के आंदोलन को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है जाम के चलते वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं शाहजहांपुर में एसडीएम नकुड हिमांशु नागपाल  ने मौके पर पहुंच किसान नेता चौधरी अशोक से बातचीत की और जाम खोलने का अनुरोध किया।

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बागपत में भी दिखा विरोध 

बागपत में भाकियू कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कृषि विधेयकों का विरोध करने को जनपद में बागपत, बड़ौत और अग्रवाल मंडी टटीरी आदि स्थानों पर जाम लगाकर धरना शुरू कर दिया है। भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर के नेतृत्व कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवंदना चौक बागपत पर जाम लगाकर धरना शुरू कर दिया। किसानों ने कृषि विधेयकों के विरोध में जमकर भड़ास निकाली। वहीं जाम के कारण आम जन को परेशानी हो रही है। पुलिस-प्रशासन भी चक्का जाम वाले स्थानों पर मुस्तैद है। भाकियू जिलाध्यक्ष चौ. प्रताप सिंह गुर्जर ने बागपत में राष्ट्रवंदना चौक पर चक्का जाम के दौरान कहा कि हमारी मांग है कि सरकार कृषि विधेयकों को खत्म करें  या फिर उसमें न्यूनतम  समर्थन मूल्य लागू रहने की बात जोड़ी जाए। 

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बिजनौर में 75 स्‍थानों पर लगाया जाम 

बिजनौर में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने कृषि विधेयकों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर 75 स्थानों पर जाम लगाया। भाकियू युवा नेता दिगम्बर सिंह के अनुसार शुक्रवार को मंडावर रोड पर मॉडर्न एरा वाला चौराहा,मंडावर में पीतम द्वार, मंडावर चंदक रोड पर रानीपुर गांव के सामने, चंदक नांगल रोड पर ग्राम चंदोक में, नजीबाबाद मंडावली रोड पर मोटा महादेव, नजीबाबाद कोटद्वार रोड पर बढ़िया में, नांगल सोती में,किरतपुर बिजली घर के सामने, किरतपुर अकबराबाद रोड गाजीपुर गांव में, द्वारिकेश शुगर मिल अफजलगढ़ के सामने, अफजलगढ़ में भूतपुरी चौराहे पर, अफजलगढ़ काशीपुर हाईवे वादी गढ़ चौराहे पर, चांदपुर बिजनौर रोड ग्राम रोनिया में, चांदपुर धनोरा रोड ग्राम भागलपुर में, चांदपुर नूरपुर रोड ग्राम पीपलसाना में, दारानगर गंज आदि स्‍थानों पर जाम लगाया गया।


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