सीसीएस विवि का दीक्षा समारोह नौ मार्च को
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह नौ मार्च को निर्धारित किया गया है। विवि की ओर से दी गई तिथि को राजभवन से सहमति मिल गई है। हर साल की तरह इस बार भी यह समारोह आफलाइन ही होगा।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह नौ मार्च को निर्धारित किया गया है। विवि की ओर से दी गई तिथि को राजभवन से सहमति मिल गई है। हर साल की तरह इस बार भी यह समारोह आफलाइन ही होगा। हालांकि इसमें केवल पदक पाने वाले अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया जाएगा। कोविड-19 की वजह से इस बार विवि की केवल स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराई गईं। शेष छात्रों को अगली कक्षा में पदोन्नत कर दिया गया। ज्यादातर कोर्स के रिजल्ट घोषित हो चुके हैं। दीक्षा समारोह की तिथि तय होने के बाद अब टापर्स की सूची तैयार की जाएगी। कोविड को देखते हुए इस बार दीक्षा समारोह में बहुत अधिक छात्र- छात्राएं नहीं बुलाएं जाएंगे। विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने बताया कि नौ मार्च को होने वाले दीक्षा समारोह में केवल चांसलर मेडल, कुलपति मेडल और प्रायोजित मेडल पाने वाले अभ्यर्थी ही आएंगे। डिग्री बांटने की प्रक्रिया दीक्षा से अलग की जाएगी।
छात्राओं को अधिकारों के प्रति किया जागरूक
तिरुपति बालाजी कन्या महाविद्यालय खजूरी में गुरुवार को बेटियों का हक और सम्मान विषय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें महिला सशक्तिकरण मिशन अंतर्गत छात्राओं को अधिकारों के प्रति जागरूक रहने व आत्मनिर्भर बनने पर बल दिया गया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी एवं मुस्कुराएगा इंडिया की चयनित मानसिक स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. भावना शर्मा ने कहा कि जब हम खुद का सम्मान करेंगे तभी हमारा दूसरे लोग सम्मान करेंगे। हमें अपने व्यक्तित्व को मजबूत करना है। महिला सशक्तिकरण मिशन के अंतर्गत बेटियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने व शिक्षित बनाने पर बल दिया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ विनीता शर्मा ने छात्राओं को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। प्राचार्य ओमकार त्यागी ने बताया बेटियां हमारी निधि है इन्हे हमें सुरक्षित रखना है। कार्यशाला में 80 छात्राओं ने भाग लिया। संचालन सुश्री मिस्बाह मुबीन ने किया। डॉ भावना शर्मा ने बताया कि स्वयंसेविकाओं के उत्साह और लगन को देखते हुए विश्वविद्यालय ने हमें अब एनएसएस के एक के स्थान पर दो इकाई प्रदान की। डॉ रश्मि, डॉ निशा, अमन, राखी, सोनिया शेहनुमा शिक्षिकाओं ने भाग लिया।