CCSU Exam Center List 2021: सीसीएसयू ने बनाए 213 रेगुलर-प्राइवेट परीक्षा केंद्र, यहां देंखे पूरी लिस्ट
चौधरी चरण सिंह विवि ने 10 अप्रैल को शुरू हो रही संस्थागत और व्यक्तिगत पाठ्यक्रम की मुख्य परीक्षा-2021 के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर दी है। विवि की ओर से करीब 213 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी की गई है।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विवि ने 10 अप्रैल को शुरू हो रही संस्थागत और व्यक्तिगत पाठ्यक्रम की मुख्य परीक्षा-2021 के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर दी है। विवि की ओर से करीब 213 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी की गई है। गाजियाबाद में 13, मुजफ्फरनगर में 26, शामली में 11, सहारनपुर में 44, हापुड़ में 13, मेरठ में 32, गौतमबुद्धनगर में 14, बुलंदशहर में 38 और बागपत में 22 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
अनुमति नहीं थी, पर भरा दिए परीक्षा फार्म: विवि में फाइनल इयर यानी अंतिम वर्ष बैक की परीक्षा फार्म भरवाने की अनुमति नहीं दी गई थी। गलती से करीब 470 छात्रों के परीक्षा फार्म भरवा दिए गए। इसके बाद विवि के सामने परीक्षा कराने या न कराने का असमंजस बना है। वहीं, दूसरी ओर फाइनल इयर के पूर्व के ऐसे हजारों बच्चे हैं जिनकी परीक्षा छूट जाने पर वह बैक परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। विवि ने पुरानी स्थितियों को देखते हुए परीक्षा विवि ने इन सभी परीक्षा आवेदनों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति प्रदान नहीं की।
छात्र प्रमोट हो गए, कंपनी के पास डाटा नहीं: विवि से मान्यता प्राप्त कालेजों में पढ़ रहे कुछ छात्रों ने परीक्षा फार्म भरा था लेकिन उसे कालेजों ने सत्यापित नहीं किया था। कालेज के सत्यापन के बिना छात्र परीक्षा में बैठ नहीं सकते हैं। अब कुछ ऐसे छात्र अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए गए जिन्हें कालेज ने सत्यापित नहीं किया था। अब इन छात्रों का डाटा कंपनी के पास डाटा है ही नहीं और उधर विवि ने मार्कशीट भी जारी कर दी। अब छात्र अगली कक्षा का परीक्षा फार्म भरवाने की मांग कर रहे हैं जबकि कंपनी के पास छात्रों का पिछली कक्षा का कोई डाटा ही उपलब्ध नहीं है। अब इन छात्रों पर विवि प्रशासन और परीक्षा समिति निर्णय लेगी।
वार्षिक विलंब शुल्क सेमेस्टर पर भी लागू
विवि ने विलंब शुल्क का समय समाप्त हो जाने के बाद प्रति दिन 250 रुपये के हिसाब से परीक्षा शुल्क वार्षिक तौर पर लागू किया गया था। इसे कंपनी ने गलती से एलएलबी पर भी सेमेस्टर सिस्टम में लागू कर दिया। एलएलबी के बहुत से छात्रों की फीस तीन से चार हजार रुपये तक काट ली गई। अब इसका खुलासा होने के बाद गलती होने की जड़ तलाशी जा रही है।