CCSU Exam 2020: अभी न हो बेफिक्र, बिना परीक्षा प्रोन्नति पर चल रहा मंथन, इस तारीख को जारी होगी नियमावली
सीसीएसयू समेत प्रदेश के विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं कोविड-१९ की भेंट चढ़ गई हैं। लेकिन इसके इतर बेफिक्र नहीं हो सकते क्योंकि अभी परीक्षा कराने और न कराने पर मंथल चल रहा है।
मेरठ, जेएनएन। सीसीएसयू समेत प्रदेश के विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं कोविड-१९ की भेंट चढ़ गई हैं। लेकिन इसके इतर बेफिक्र नहीं हो सकते क्योंकि अभी परीक्षा कराने और न कराने पर मंथल चल रहा है। ऐसे में जरूरी है कि विवि के जारी हो रहे निर्देशों पर ध्यान देने का। इस संबंध में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने कहा है कि वह जबतक नियमावली नहीं जारी कर देता तबतक बिना परीक्षा प्रमोट करने पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है।
विचार के बाद होगा निर्णय
परीक्षाओं को लेकर शासन की ओर से बनाई गई उच्च स्तरीय कमेटी के प्रस्तावों पर विचार के बाद निर्णय किया जाएगा। फिलहाल सीसीएसयू के करीब साढ़े पांच लाख छात्रों को परीक्षा से राहत तो मिल ही गई है। अगली कक्षा में छात्रों को किस तरह से प्रमोट किया जाएगा, इसे लेकर अब अटकलें भी शुरू हो गई हैं। विवि ने कहा है कि वह दो जुलाई का इस संबंध में नियमावली जारी करेगा, जिसके बाद से ही कुछ तय किया जाएगा।
छात्र अपने तरीके से लगा रहे गणित
शिक्षक से लेकर छात्र अपने तरीके से गणित लगा रहे हैं। जिस तरह की स्थिति है, उसे देखते हुए संभव है कि प्रमोट का तरीका सभी कोर्स और वर्ष के हिसाब से हो। इसमें स्नातक और परास्नातक के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने के बाद उन्हें अगली कक्षा में मिले अंक को देखने के बाद पिछली कक्षा में नंबर दिया जाए। स्नातक दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों को पिछली कक्षा के आधार पर प्रमोट किया जा सकता है। पिछली कक्षा में पाए नंबर के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किए जाने पर अगर किसी को कम नंबर की शिकायत है, तो उन्हें आगे चलकर बैक पेपर की भी सुविधा दी जा सकती है। इसके साथ ही मेडिकल जैसी परीक्षाएं कराई जाएंगी। प्रमोट का आधार अन्य कक्षाओं में किस तरह से होगा, इसका निर्णय तो दो जुलाई को होगा।
एक लाख ५५ हजार भरे गए परीक्षा फार्म
सीसीएसयू और उससे जुड़े कॉलेजों में मंगलवार तक एक लाख ५५ हजार से अधिक छात्र-छात्रओं ने परीक्षा फार्म भर दिया है। नौ जुलाई फार्म भरने की अंतिम तिथि है। विवि के पास अभी परीक्षा रद होने या प्रमोट करने का आदेश नहीं आया है। इसे देखते हुए विवि प्रशासन परीक्षा फार्म भरवाने में जुटा है। हालांकि परीक्षा फार्म भरने वाले को ही पदोन्नति का लाभ मिलेगा।