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CCSU: भूतपूर्व छात्र भी होंगे प्रोन्नत,बाद में होगी परीक्षा; पढ़िए ऑनलाइन बैठक में और क्‍या लिए फैसले

सीसीएसयू के स्नातक और परास्नातक जिन छात्र-छात्राओं ने बैक पेपर या भूतपूर्व छात्र के तौर परीक्षा फार्म भरा है उन्हें भी प्रोन्नत किया जाएगा। हालांकि बाद में बैक पेपर की परीक्षा कराई जाएगी। ऑनलाइन बैठक में कई अन्‍य फैसले भी लिए गए।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 08:00 AM (IST)
CCSU: भूतपूर्व छात्र भी होंगे प्रोन्नत,बाद में होगी परीक्षा; पढ़िए ऑनलाइन बैठक में और क्‍या लिए फैसले
चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय कार्यपरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय के स्नातक और परास्नातक जिन छात्र-छात्राओं ने बैक पेपर या भूतपूर्व छात्र के तौर परीक्षा फार्म भरा है, उन्हें भी प्रोन्नत किया जाएगा। हालांकि बाद में बैक पेपर की परीक्षा कराई जाएगी। उसके आधार पर ही बैक के छात्रों की प्रोन्नति मान्य होगी। गुरुवार को विवि की कार्यपरिषद की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया।

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ऑनलाइन बैठक में कई निर्णय

कुलपति प्रो. एनके तनेजा की अध्यक्षता में ऑनलाइन बैठक में कई निर्णय लिए गए। विवि में जिन कालेजों ने वर्ष 2020-2021 में नए कोर्स की संबद्धता के लिए आवेदन किया था। विश्वविद्यालय ने उनके निरीक्षण मंडल का गठन कर दिया था, लेकिन कोविड-19 के कारण निरीक्षण नहीं हो पाए। ऐसे संस्थानों को अस्थायी तौर पर संबद्धता देने का निर्णय लिया गया था। उसे अब निरस्त कर दिया गया है। साथ ही विवि ने 17 संस्थानों को नवीन संबद्धता देने का निर्णय किया है।

सेल्फ फाइनेंस में सेवा की शर्तें तय

विवि में सेल्फ फाइनेंस योजना के तहत संचालित विभागों में कार्यरत गैरशैक्षणिक कर्मचारियों में एक समानता की गई है। जिनका वेतन असिस्टेंट प्रोफेसर के बराबर या उससे अधिक है, उनका सेवा विस्तार पांच साल में किया जाएगा। जिनका वेतन कम है, उनका सेवा विस्तार तीन साल के लिए करने का निर्णय लिया गया। साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी समायोजित होकर पदोन्नत होने वाले कर्मचारी पहले से पदोन्नत हुए कर्मचारियों से वरिष्ठ नहीं हो सकते। पूर्व में समायोजित तृतीय श्रेणी कर्मचारियों का समायोजन की तिथि से ही वरिष्ठता क्रम निर्धारित माना जाएगा।

दो नए पद सृजित

रसायन विभाग में दो असिस्टेंट प्रोफेसर और एक एसोसिएट प्रोफेसर के पद सृजित किए गए हैं। इन पदों को भरने के लिए प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। विवि परिसर में नई शिक्षा नीति के तहत एमफिल का कोर्स बंद कर दिया गया है। ऐसे विभाग, जिसमें शिक्षकों की संख्या अधिक है, उन्हें अपने विभाग में संचालित सेल्फ फाइनेंस कोर्स में शिक्षक के रूप में योगदान देना होगा।

दो की सेवा समाप्त

तृतीय श्रेणी की कर्मचारी प्रदीप सिरोही की सेवाएं समाप्त कर दी गईं हैं। पिछले 15 साल से वे निलंबित चल रहे थे। वहीं, विधि अध्ययन संस्थान में संविदा पर पुस्तकालय सहायक के पद पर कार्यरत रश्मि शर्मा की सेवाएं भी समाप्त कर दिया गया है। फरवरी में उनका अनुबंध समाप्त हो गया था। उन्होंने सेवा विस्तार के लिए कोई आवेदन नहीं दिया था। पिछले एक वर्ष से संस्थान में भी अनुपस्थित चल रहीं थीं।

फिजिकल टेस्ट में बदलाव

बीपीएड व एमपीएड पाठयक्रमों में प्रवेश दक्षता परीक्षा में कनेडियन टेस्ट के स्थान पर अब आफर यूथ फिटनेस टेस्ट कराने का निर्णय लिया गया। जिसे सत्र 2020 -2021 से ही इसे लागू कर दिया गया है। इसके तहत फिजिकल टेस्ट में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर परसेंटाइल तय करप्रवेश किया जाएगा।

ये रहे मौजूद

प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार, वित नियंत्रक सुशील कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो. रूप नारायण, डा.दर्शन लाल अरोडा, डा.अरुण कुमार, डा.हरेश प्रताप, प्रो.एसएस गौरव, प्रो. नवीनचंद्र लोहनी, प्रो. सुधीर कुमार, डा. ईश्वर सिंह, प्रो. आलोक कुमार, प्रो.एवी कौर आदि।


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