नया सिलेबस तैयार करने में सीसीएसयू सबसे आगे
जुलाई 2021 से प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के तहत प्रवेश की तैयारी
मेरठ,जेएनएन। जुलाई 2021 से प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के तहत प्रवेश की तैयारी है। इसमें शासन की मंशा के अनुसार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय सबसे आगे है। विवि ने राज्य सरकार से मिले पाठ्यक्रम में दिए गए संशोधन के बाद नया पाठ्यक्रम को तैयार कर लिया है।
नई शिक्षा नीति सबसे पहले स्नातक स्तर पर लागू की जा रही है। राज्य स्तर पर सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक सामान्य पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें स्थानीय स्तर पर 30 फीसद बदलाव की अनुमति विश्वविद्यालयों को दी गई थी। सीसीएसयू में कला व विज्ञान संकाय के अधिकांश विषयों में समिति ने पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सीसीएसयू ने सबसे पहले इसकी पहल की है। हालांकि प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में शिक्षक इस साल से नई शिक्षा नीति को लागू नहीं कराना चाहते हैं। कोविड को इसके लिए कारण बताया है। मेरठ में भी मूटा की ओर से इसे लेकर अनुरोध किया गया है। एक तरफ जहां कुछ शिक्षक इसे टालने के पक्ष में हैं, तो दूसरी ओर शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग नई शिक्षा नीति को लेकर उत्साहित है। इनका कहना है-
कोविड के समय में चुनौती बढ़ी है। शिक्षा के सामने भी चुनौती है। नई शिक्षा नीति में भी पहले वाली अधिकांश चीजें पढ़ाई जानी हैं। ऐसे में जुलाई से नई शिक्षा नीति लागू करने में कोई अवरोध नहीं है। शिक्षकों के लिए यह सौभाग्य की बात है कि इस दौर में हमें एक ऐसी शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने का मौका मिल रहा है, जो युवाओं को रोजगार लायक बनाएगी। हम शिक्षकों को इसी भावना के साथ के लिए तैयार रहना चाहिए।
-प्रो. एनके तनेजा, कुलपति, सीसीएसयू मेरठ