आइटी में कुछ सवालों ने उलझाया, फिजिक्स में एमसीक्यू ने घुमाया
टर्म-वन परीक्षा में गुरुवार को सीबीएसई कक्षा 10वीं में आइटी यानी इंफार्मेशन टेक्नोलाजी और 12वीं में लीगल स्टडीज और संस्कृत कोर की परीक्षा हुई। आइटी में पंजीकृत 11326 परीक्षार्थियों में से 11222 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी और 104 अनुपस्थित रहे।
मेरठ, जेएनएन। टर्म-वन परीक्षा में गुरुवार को सीबीएसई कक्षा 10वीं में आइटी यानी इंफार्मेशन टेक्नोलाजी और 12वीं में लीगल स्टडीज और संस्कृत कोर की परीक्षा हुई। आइटी में पंजीकृत 11,326 परीक्षार्थियों में से 11,222 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी और 104 अनुपस्थित रहे। लीगल स्टडीज में पंजीकृत 75 में से 74 और संस्कृत में पंजीकृत पूरे छह परीक्षार्थी उपस्थित रहे। वहीं सीआइएससीई की आइएससी-12वीं टर्म-वन परीक्षा में फिजिक्स का पेपर हुआ। सीबीएसई टर्म-वन परीक्षा में अब तक हुए पेपर्स में आइटी में सबसे अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए। मेरठ में 10वीं में अधिकतर छात्र-छात्राएं आइटी विषय ही लेते हैं।
आइटी के कुछ प्रश्नों में पड़ा सोचना
दीवान पब्लिक स्कूल की आइटी शिक्षिका प्राची भटनागर के अनुसार आइटी का पेपर बहुत आसान नहीं कहा जा सकता लेकिन सिलेबस के अनुरूप और अच्छे स्तर के प्रश्न पूछे गए थे। पांच-छह ऐसे प्रश्न थे जिन्हें थोड़ा घुमाकर जरूर पूछा गया। कांसेप्ट आधारित तैयारी करने वाले बच्चों के लिए इनके उत्तर देने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए। कुछ ऐसे प्रश्न भी थे जिन्हें सिलेबस को ठीक से पढ़ने वाले बच्चे ही उत्तर दे सके होंगे।
फिजिक्स में थ्योरी के कुछ प्रश्न न्यूमेरिकल जैसे थे
सेंट मेरीज एकेडमी में फिजिक्स शिक्षिका सीमा सिंघल के अनुसार फिजिक्स के पेपर में अच्छे स्तर के प्रश्न पूछे गए। थ्योरी और न्यूमेरिकल दोनों तरह के प्रश्न थे जिनमें थ्योरी के प्रश्न ही अधिक थे। थ्योरी के कुछ प्रश्न इस तरह से पूछे गए थे जो देखने में न्यूमेरिकल प्रतीत हो रहे थे लेकिन वह पूरी तरह से थ्योरी के थे। जिन छात्रों ने थ्योरी ठीक से पढ़ी होगी उनके लिए समझना आसान रहा होगा। वहीं न्यूमेरिकल प्रश्न फार्मूला पर आधारित थे। विस्तृत प्रश्नपत्र की तुलना में एमसीक्यू प्रश्नपत्र हल करना थोड़ा कठिन लगता है। जिन छात्रों का विषय पर कमांड होगा वहीं पूरा प्रश्नपत्र हल कर सके होंगे। इनका कहना है कि परीक्षा अच्छी हुई। प्रश्नपत्र में कठिन प्रश्नों का स्तर भी अच्छा रहा। ओएमआर आधारित परीक्षा में पहली बार थोड़ी असहजता हुई लेकिन ओवरआल अनुभव ठीक रहा।
-शुभि सिंघल, कक्षा 10वीं आइटी, दिल्ली पब्लिक स्कूल
आइटी का पेपर पूरा किताब पर ही आधारित था। इसलिए सभी प्रश्नों का उत्तर देना आसान रहा। जिन लोगों ने भी किताब ठीक से पढ़ा उनके लिए पेपर कठिन नहीं था।
-कृष, कक्षा 10वीं आइटी, दिल्ली पब्लिक स्कूल
पेपर छोटा था और सही समय पर सभी प्रश्न हल भी कर सके। विषय पर पकड़ मजबूत थी इसलिए पेपर हल करने में दिक्कत नहीं हुई। काउंसिल की ओर से जारी माडल पेपर की तुलना में टर्म-वन का पेपर कठिन था लेकिन हल करने में मजा आया।
-रिशय गुप्ता, कक्षा 12वीं, सेंट मेरीज एकेडमी फिजिक्स का पेपर आसान था। पेपर के फार्मेट की जानकारी थी इसलिए और भी आसान लगा। वैसे तो पेपर समय से ही पूरा कर लिया लेकिन रिवीइज करने के लिए थोड़ा और समय मिलता तो अच्छा होता।
-अवध प्रताप सिंह, कक्षा 12वीं, सेंट मेरीज एकेडमी