CBSE Class 12 Result 2020: अंग्रेजी विषय में सीबीएसई के छात्रों ने बाजी मारी, पाए शतप्रतिशत नंबर
CBSE Class 12 Result 2020 सीबीएसई 12वीं में इस बार अंग्रेजी में अंकों का प्रतिशत बढ़ा है। कई स्कूलों में छात्र-छात्राओं ने अंग्रेजी जैसे विषय में 100 में से 100 नंबर हासिल किए हैं।
मेरठ, जेएनएन। CBSE Class 12 Result 2020 सीबीएसई 12वीं में इस बार अंग्रेजी में अंकों का प्रतिशत बढ़ा है। कई स्कूलों में छात्र-छात्राओं ने अंग्रेजी जैसे विषय में 100 में से 100 नंबर हासिल किए हैं। सीबीएसई में अंग्रेजी के साथ बेस्ट चार सब्जेक्ट को लेकर मेरिट तैयार की जाती है। इसलिए जिन छात्र-छात्राओं ने मेहनत की थी, उनके अच्छे नंबर आए हैं। दीवान स्कूल में सबसे अधिक 19 छात्र- छात्राएं रहें, जिन्होंने अंग्रेजी में 100 नंबर हासिल किए हैं।
पेंटिंग जैसे सब्जेक्ट में सफलता
अंग्रेजी के बाद म्यूजिक एक ऐसा सब्जेक्ट रहा है, जिसमें बहुत से छात्र-छात्राओं ने 100 में से 100 नंबर हासिल किए हैं। पेंटिंग जैसे सब्जेक्ट में बहुत से छात्र-छात्राओं ने शत-प्रतिशत अंक लिए हैं। जहां कला के कई विषयों में छात्रों के नंबर अच्छे रहे हैं, वहीं विज्ञान वर्ग में 100 नंबर पाने वाले छात्रों की संख्या कम रही है। विज्ञान वर्ग में कुछ स्कूलों में 90 से ऊपर और 100 से नीचे अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या ठीक रही है। कोविड की वजह से जिन विषयों की परीक्षा नहीं हुई थी, उसमें भी छात्रों को अच्छे अंक मिले हैं।
क्या कहते हैं टॉपर
फलित में स्कूल से ही दिख रही शिक्षा में सुधार की ललक
नाम : फलित सिजारिया
स्कूल : केएल इंटरनेशनल स्कूल
कक्षा : 12वीं, ह्यूमेनिटीज
रिजल्ट : 98.8 फीसद, जिले में द्वितीय स्थान
मार्कशीट :
अंग्रेजी-99,
पॉलिटिकल साइंस-99,
इकोनॉमिक्स-99,
ज्योग्राफी-99,
हिस्ट्री-98,
साइकोलॉजी-100
सामाजिक कार्यक्रमों में
दिसंबर के पहले मैं तमाम सामाजिक कार्यक्रमों में अधिक जुड़ा रहा। मुख्य रूप से पढ़ाई दिसंबर में शुरू हुई, लेकिन दिसंबर में पढ़ाई के साथ ही स्टूडोमेट्रिक्स नामक संस्था बनाई, जिससे देश के डेढ़ सौ स्कूलों के संगठनों को पर्यावरण मुहिम से जोड़ा। मैंने पढ़ाई रेगुलर की और विषयों को विस्तार से पढ़ा। इतिहास के तथ्य खोजकर पढऩे की कोशिश की, जिससे रुचि बढ़ती गई। मैं अपनी इसी रुचि को करियर भी बनाना चाहता हूं। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार को लेकर कार्य करना है। 12वीं के बाद लॉ करूंगा या फिर डीयू में पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई करनी है। हमारी किताबी पढ़ाई की प्रैक्टिकल उपयोगिता कम है। मैं इसे बदलने की दिशा में काम करूंगा। मेरे 10वीं में भी 98 फीसद अंक थे और स्कूल में थर्ड रहा था। मेरे पिता डा. राजीव सिजारिया सर छोटूराम इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज में उप-निदेशक हैं। माता सुनीता सिजारिया गृहिणी हैं।
सक्सेस मंत्र
- हर विषय के टेक्स्ट बुक को विस्तार से पढ़ा।
- किताबी जानकारियों को खोजने की कोशिश की।
- अंक के लिए नहीं, जानने के लिए की पढ़ाई।