मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्था देख लोनी की कैंसर पीड़िता मरीज के परिजन रो पड़े, वीडिया वायरल Meerut News
लोनी से शनिवार देर रात करीब मेडिकल कॉलेज पहुंची एक कैंसर पीड़िता महिला मरीज के परिजनों ने वीडियो वायरल कर मेडिकल कॉलेज पर सवाल खड़े किए।
मेरठ, जेएनएन। लोनी गाजियाबाद से शनिवार देर रात करीब एक बजे मेडिकल कॉलेज पहुंची एक कैंसर पीड़िता महिला मरीज के परिजनों ने वीडियो वायरल कर मेडिकल कॉलेज पर सवाल खड़े किए, जिस पर हंगामा मचा रहा। मरीज के पति ने बच्चों के साथ गाजियाबाद से वीडियो जारी किया, जिसमें वो रोते हुए मेरठ मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों और स्टाफ से रहम की भीख मांग रहा है।
वीडियोकॉल में दिखाया हाल
बताया कि पत्नी को एंबुलेंस ने मेरठ छोड़ा, किंतु कोई कुछ बताने वाला नहीं मिला। गार्ड ने वार्ड में ऊपर भेजा, जहां कोई नहीं था। काफी देर बाद महिला को भर्ती किया गया, किंतु कुछ खाने को नहीं मिला। महिला ने वीडियोकॉल पर वार्ड का दृश्य पति को दिखाया, जिस पर वो रो पड़ा। प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने कहा कि रिपोर्ट तलब की गई है। दक्षिण विधायक ने महिला मरीज का संज्ञान लेते हुए शासन को ट्वीट कर जानकारी दी।
प्राचार्य ने डॉक्टर को भेजा नोटिस
प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि सूचना के मुताबिक मरीज ने 21 अप्रैल और 24 अप्रैल को मेडिकल में इलाज कराया, ऐसे में डयूटी पर रहे चिकित्सकों को नोटिस भेजकर पूछा गया है कि मरीज के लक्षण होने के बाद भी संदिग्ध वार्ड में क्यों भर्ती नहीं किया गया। हालांकि डॉ. गुप्ता ने कहा कि लैब की रिपोर्ट खंगाली गई, जिसमें मरीज 23 की जांच में निगेटिव मिला है।
डीएम ने किया मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण
व्यापारी की मौत पर हंगामा मचने पर डीएम ने रविवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचकर प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता से जानकारी तलब की। साथ में सीएमओ डॉ. राजकुमार भी थे। डीएम ने निर्देश दिया कि किसी मरीज के इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्हें अच्छा खानपान दें। साफ सफाई के साथ ही आने जाने वाले हर मरीज का रिकार्ड रखा जाए।
23 को निगेटिव तो 25 को पॉजिटिव कैसे
सूचना देने पर अगले दिन फिर टीम आई और सैंपल लेकर गई, किंतु तीन दिन तक भी रिपोर्ट नहीं बताई गई। शनिवार को उन्हें फिर मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां भर्ती नहीं किया। मरीज को लकवा का अटैक पड़ा, जिसके बाद भर्ती किया। किंतु इसी बीच मरीज की मौत हो गई। उधर, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. विश्वास चौधरी ने बताया कि 23 तारीख को मरीज की रैंडम सैंपलिंग की गई थी, जो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। 25 को फिर पॉजिटिव आ गई। जिस पर सवाल खड़े हुए हैं।