आउटडोर खेल सामग्री व मोमेटो का कारोबार पड़ा ठप
लॉकडाउन के बाद से अब तक खेल सामान का कारोबार पटरी पर नही लौट सका है। सामान्य दिनों की तुलना में खेल उत्पादों की बिक्री करीब 30 से 40 फीसद ही बची है। जो कुछ भी डिमांड है वह केवल इनडोर स्पोर्ट्स आइटम की है।
मेरठ, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद से अब तक खेल सामान का कारोबार पटरी पर नहींं लौट सका है। सामान्य दिनों की तुलना में खेल उत्पादों की बिक्री करीब 30 से 40 फीसद ही बची है। जो कुछ भी डिमांड है वह केवल इनडोर स्पोर्ट्स आइटम की है। इनका रिटेल बाजार पूरी तरह से ठप सा पड़ा हुआ है, जबकि बाहर से भी खेल के किसी साजो-सामान का आर्डर निर्माता व दुकानदारों को नही मिल रहे हैं। देश के अलग-अलग शहरों में मोमेटो की भी बड़ी संख्या में डिमांड रहती थी। स्थानीय स्तर पर स्कूल, कॉलेज और सामाजिक संस्थाएं आर्डर देती थीं, लेकिन पार्क, स्कूल और स्टेडियम आदि में खेल तथा प्रतियोगिताओं के आयोजन न होने से इनकी भी बिक्री प्रभावित हुई है। ऐसे में ज्यादातर कारोबारी इनडोर आइटम तैयार करने को तवज्जो दे रहे हैं। कारोबार को पूरी तरह से ठप होने से बचाने के लिए लूडो, कैरम व बैडमिंटन आदि को बेचकर जैसे-तैसे कारोबार को जिंदा किए हैं। इन्होंने कहा- लॉकडाउन के पहले तक महाराष्ट्र, कश्मीर व बिहार समेत प्रदेश के कई बड़े शहरों में मोमेटो के काफी आर्डर आते थे, लेकिन छह माह से इनका भी कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। इनडोर आइटम को बेचकर ही कारोबार चलाया जा रहा है।
-पंकज, मोमेटो कारोबारी
मई, जून में आउटडोर खेल सामग्री की मांग काफी होती थी। छुट्टियों के समय खेल उत्पाद अधिक बिकते थे। आइपीएल के समय भी अच्छी मांग रहती थी, लेकिन स्पोर्ट्स एक्टिविटी बंद होने से इसका भी फायदा नहीं मिला। बाहर के शहरों से भी आर्डर नहीं आ रहे।
-अनुज सिंघल, स्पोर्ट्स कारोबारी