Meerut News: बुलेट चोरी कर OLX पर बेचने वाले गैंग का राजफाश, मेरठ व दिल्ली समेत इन इलाकों में वारदात को देते थे अंजाम
बुलेट को चोरी कर OLX पर बेचने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने दबोच लिया। उनके पास से चोरी की चार बुलेट और तीन बाइक भी बरामद हुई हैं। आरोपित फर्जी कागजात और नंबर बदलकर वाहनों को बेचते थे। मेरठ और दिल्ली समेत आसपास में बुलेट चोरी करते थे।
मेरठ, जेएनएन। बुलेट और बाइक को चोरी कर ओएलएक्स पर बेचने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने दबोच लिया। उनके पास से चोरी की चार बुलेट और तीन बाइक भी बरामद हुई हैं। आरोपित फर्जी कागजात और नंबर बदलकर वाहनों को बेचते थे। मेरठ के साथ ही दिल्ली समेत आसपास के जिलों में भी चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया।
नौचंदी थाने में प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी सूरज राय ने बताया कि गत बुधवार को थाना पुलिस सेंट्रल मार्केट में चेकिंग कर रही थी। तभी बुलेट सवार दो युवक आ रहे थे। पुलिस को देखकर वह वापस भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम दानिश निवासी नई बस्ती टंकी वाला मोहल्ला किठौर और अब्दुल्ला निवासी साफियाबाद लोटी थाना मुंडाली हैं। बताया कि बुलेट कुछ दिन पहले शास्त्रीनगर से चोरी की थी, जिसकी वीडियो भी वायरल हुई थी। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने चार बुलेट और तीन बाइक बरामद की हैं। एक बुलेट दिल्ली से चोरी की थी। उसके मालिक को भी सूचना दे दी गई है। साथ ही अन्य को भी बताया जा रहा है। आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया है। उनका सोतीगंज का कनेक्शन भी तलाशा जा रहा है।
पहले मंगाते थे आरसी, फिर बदल देते थे नंबर
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने ओएलएक्स पर फर्जी नाम और पते के साथ आइडी बना रखी थी। वह अन्य लोगों से आरसी मांग लेते थे। इसके बाद उनके इंजन और चेसिस नंबर को नोट करके चोरी के वाहन पर डाल देते थे। इसके साथ ही उसी नंबर की प्लेट भी बनवा लेते थे। इसके बाद अपनी आइडी पर चोरी की बुलेट और बाइक को बेचने के लिए डाल देते थे। कई लोगों को अभी तक वह वाहन बेच चुके हैं। पुलिस सभी की जानकारी कर रही है। ओएलएक्स पर पहली बार ही चोरी के वाहन बेच रहे थे।
बिना औजार चोरी करते थे वाहन
थाना प्रभारी संजय वर्मा ने बताया कि आरोपित बिना औजार के मात्र 15 से 20 सेकेंड में वाहन चोरी कर लेते थे। लाक तोडऩे के तारों को जोड़कर वाहन को स्टार्ट कर लेते थे। इस पूरी प्रक्रिया में मुश्किल से 15 से 20 मिनट का ही समय लगता था। इस दौरान दो लोग साथ रहते थे। उनके अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है। आरोपित दिल्ली के साथ ही आसपास के जिलों बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, बुलंदशहर आदि में भी वारदात करते थे। दोनों ही आरोपितों पर कई-कई मुकदमें दर्ज हैं।