Move to Jagran APP

वर्चस्व के लिए किन्नरों में खूनी संघर्ष

इलाके में वर्चस्व को लेकर किन्नरों के दो गुटों में सोमवार दोपहर के समय झगड़ा हो गया। एक-दूसरे से गाली-गलौज के बाद दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। किन्नरों की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दोनों पक्षों ने थाने पहुंच एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 08:00 AM (IST)
वर्चस्व के लिए किन्नरों में खूनी संघर्ष
वर्चस्व के लिए किन्नरों में खूनी संघर्ष

जेएनएन, मेरठ। इलाके में वर्चस्व को लेकर किन्नरों के दो गुटों में सोमवार दोपहर के समय झगड़ा हो गया। एक-दूसरे से गाली-गलौज के बाद दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। किन्नरों की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दोनों पक्षों ने थाने पहुंच एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है।

loksabha election banner

लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के श्यामनगर निवासी किन्नर रेखा ने बताया कि दो साल पहले उनके गुरु हाजी फाको की हत्या हो गई थी। जिसके बाद इलाके को रेखा और रेशमा के बीच बांट दिया था। कुछ इलाका रेखा को दिया गया और कुछ इलाका रेशमा को दिया गया था। दोनों की टीमें अपने-अपने इलाके में बधाई मांगती थीं। आरोप है कि कुछ दिनों से रेशमा की टीम ने रेखा के इलाके में बधाई मांगना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से पहले भी दोनों गुट में विवाद हुआ था। सोमवार को इलाके के बंटवारे के विवाद के चलते श्यामनगर स्थित मकान में दोनों गुट की पंचायत चल रही थी। इसी बीच रेखा और रेशमा पक्ष में मारपीट शुरू हो गई। मारपीट में रेखा पक्ष से जोया और चांदनी घायल हो गए, जबकि रेशमा पक्ष से तमन्ना और कशिश घायल हो गए। दोनों पक्षों ने कार्रवाई की मांग को लेकर लिसाड़ी गेट थाने के सामने भी हंगामा किया। थाना प्रभारी प्रशांत कपिल का कहना है कि दोनों पक्षों की तहरीर प्राप्त हो गई है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

कोरोना रिपोर्ट छुपाने का आरोप, कचहरी में प्रदर्शन

जेएनएन, मेरठ । जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज की दो जुलाई को मौत हो गयी। उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताई गई थी। तीन दिन बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव मिलने पर परिवार वालों ने अस्पताल से लेकर कचहरी तक हंगामा किया। जिला अस्पताल पर आरोप लगाया कि कोविड की वजह से मरीज को सही इलाज नहीं मिला। इसलिए मौत हो गयी। उधर, सीएमएस डॉ पीके बंसल ने साफ किया कि मरीज का इलाज वक्त पर किया गया। रिपोर्ट छुपाने के आरोप को भी बेबुनियाद कहा।

जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में एक मरीज को गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया। वहां उनकी मौत हो गयी। अस्पताल प्रशासन ने शव को तीन परत में पैक कर अन्तिम संस्कार के लिए दे दिया। उसका सैम्पल लेकर टू नॉट पर कोरोना जाच की गई। यहां रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। कन्फर्म करने के लिए मेडिकल कॉलेज की माइक्रो लैब भेजा गया। यहां रिपोर्ट निगेटिव मिली। जिला अस्पताल ने रविवार को घर वालों को रिपोर्ट नेगेटिव मिलने की जानकारी दी। इस पर उन्होंने कचहरी में प्रदर्शन करते हुए जाच की माग की। जिला अस्पताल प्रशासन ने कहा कि बाद में रिपोर्ट पॉजिटिव आती तो छुपाने से संक्रमण का खतरा था, किन्तु जो रिपोर्ट बाद में निगेटिव आयी, उससे तो परिजनों और मोहल्ले वालों को तसल्ली होनी चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.