Black Marketing of Remedesivir in UP: रेमडेसिविर इंजेक्शनों के सौदागरों का गिरोह चार राज्यों में फैला, काल डिटेल बेनकाब करेंगी चेहरे
Black Marketing of Remedesivir Injection रेमडेसिविर इंजेक्शनों की तस्करी व कालाबाजारी करना वाला गिरोह चार राज्यों में फैला हुआ है। इनमें यूपी उत्तराखंड पंजाब और दिल्ली के सदस्य शामिल हैं। मोबाइल नंबर की काल डिटेल बेनकाब करेंगी चेहरे।
बागपत, जेएनएन। रेमडेसिविर इंजेक्शनों की तस्करी व कालाबाजारी करना वाला गिरोह चार राज्यों में फैला हुआ है। इनमें यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली के सदस्य शामिल हैं। पुलिस ने गिरोह की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। पकड़े गए गिरोह के तीन सदस्यों के मोबाइलों की काल डिटेल उनके साथियों के चेहरों को बेनकाब करेंगी।
कोरोना काल की कठिन घटी में संक्रमित मरीजों की जान बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ दिन-रात लगा हुआ हैं। इस महामारी में भी कुछ लोग फायदा उठा रहे हैं। गुरुवार को पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन दिल्ली ले जाते हुए मुजफ्फरनगर के मनमोहन व उसके बेटे मुकंद तथा उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार के युवक बिशन को गिरफ्तार किया। आरोपित छह दिन पूर्व इंजेक्शनों को पंजाब से खरीदकर लाए थे। इससे साफ है कि यह गिरोह चार राज्यों में फैला हुआ है। आशंका है कि गिरोह लंबे समय से कार्य कर रहा था। हालांकि सही पता पुलिस की जांच के बाद ही चलेगा।एएसपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि पकड़े गए आरोपितों के मोबाइलों की सर्विलांस जांच के माध्यम से पता लगाया जा रहा है कि उक्त व्यक्ति किन-किन लोगों के संपंर्क में थे और कितने समय से इंजेक्शनों की कालाबाजारी कर रहे थे। केस की विवेचना में प्रकाश में आने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अदालत में कराया जाएगा वाद दायर
ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शनों को नमूनों के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा। प्रयोगशाला की नमूना रिपोर्ट एवं केस की विवेचना के आधार पर अग्रिम कार्यवाही औषधि एवं प्रशासन अधिनियम 1940 की धारा 18/21 के अंतर्गत अदालत में वाद दायर कराया जाएगा।
दवाईयों की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं
ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि स्टोर संचालक दवाईयां की बिक्री मानकों एवं गुणवत्ता के साथ करें। कोई भी दवाईयों की कालाबाजारी न करें। छापामारी अभियान जारी रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।