Black Fungus Meerut News: ब्लैक फंगस से एक मौत, तीन नए मरीज मिले, कोरोनावायरस के 15 मामले
मेरठ में मेडिकल कालेज के फंगस वार्ड के प्रभारी डा. वीपी सिंह ने बताया कि मरीजों की संख्या कम हो रही है। मेडिकल कालेज में अब तक 186 मरीज पहुंच चुके हैं। जिसमें सक्रिय मरीज 80 रह गए हैं। वहीं शहर में कोरोना के 15 नए मरीज मिले हैं।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में गुरुवार को लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस से एक मरीज की मौत हो गई। जबकि तीन नए मरीजों में फंगस की पुष्टि हुई है। हालांकि कोरोना महामारी के बाद माहभर कहर ढाने वाले ब्लैक फंगस के मामलों में अब कमी आई है। गुरुवार को लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज में फंगस का एक मरीज चिंहित हुआ। जबकि 13 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है। निजी अस्पतालों में आनंद हास्पिटल में एक मरीज और जसवंत राय हास्पिटल में एक मरीज फंगस के चिंहित हुए हैं। मेडिकल कालेज के फंगस वार्ड के प्रभारी डा. वीपी सिंह ने बताया कि मरीजों की संख्या कम हो रही है। मेडिकल कालेज में अब तक 186 मरीज पहुंच चुके हैं। जिसमें सक्रिय मरीज 80 रह गए हैं।
कोरोना के 15 मरीज मिले, एक मौत
मेरठ में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से कम हो रहे हैं। गुरुवार को 5554 सैंपलों की जांच की गई। जिसमें 15 संक्रमित मिले। जबकि एक मौत की पुष्टि की गई है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन के अनुसार विभिन्न सेंटरों पर कुल 94 मरीज इलाज पर हैं। 270 मरीज होम आइसोलेशन पर हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 434 है। गुरुवार को स्वस्थ होने पर कुल 31 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।
ब्लैक फंगस वार्ड में सिर्फ 52 मरीज
मेरठ में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में कमी आने लगी है। पिछले पांच दिनों से मेडिकल में नए मरीजों की भर्ती घटी है। गुरुवार को एक और शुक्रवार को सिर्फ दो मरीज पहुंचे। वहीं निजी अस्पतालों में भी मरीजों का पहुंचना कम हुआ है। ब्लैक फंगस वार्ड के प्रभारी डा. वीपी सिंह ने बताया कि कोरोना मरीजों की संख्या घटने के साथ ही म्यूकर के मरीज कम आ रहे हैं। वार्ड से बड़ी संख्या में मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं। जिले में अब तक 277 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें सवा दो सौ से ज्यादा डिस्चार्ज कर दिए गए हैं।
30 मरीजों का आपरेशन
एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आई है डा. सिंह ने बताया कि अब तक 30 मरीजों का आपरेशन किया गया। उनका सैंपल लेकर जांच कराई गई, जिसमें सभी में ब्लैक फंगस मिला है। एक मरीज में येलो फंगस की आशंका है, जिसकी रिपोर्ट बाद में आएगी। फंगस से अब तक 25 से ज्यादा मरीजों की जान चली गई है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि फंगस के मरीजों के इलाज की दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। कहा कि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों में शुगर ज्यादा होने पर फंगस का खतरा देखा जा रहा है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में इसका खतरा ज्यादा है।