Black Fungus Meerut News: राहत की बात, एक महीने बाद ब्लैक फंगस का कोई नया केस नहीं, कोरोना के 11 नए मरीज
मेरठ के लिए यह राहत की बात है कि ब्लैक फंगस बीमारी का खात्मा होने जा रहा है। मेडिकल कालेज में माहभर बाद सोमवार को कोई नया केस नहीं आया। सप्ताहभर के अंदर वार्ड में मरीजों की संख्या घटकर 27 रह गई है। मरीज ठीक होकर घर भी गए हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के साथ ही फंगस भी कमजोर पड़ रहा है। मेडिकल कालेज में माहभर बाद सोमवार को कोई नया केस नहीं आया। सप्ताहभर के अंदर वार्ड में मरीजों की संख्या घटकर 27 रह गई है। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि छह मरीज गंभीर अवस्था में हैं, जबकि बड़ी संख्या में मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। वहीं कोरोना के 11 नए मरीज मिले हैं। जबकि तीन मरीजों की इस वायरस से मौत हुई है।
खत्म होने की कगार में बीमारी
फंगस वार्ड प्रभारी डा.वीपी सिंह ने बताया कि ब्लैक फंगस की बीमारी अब खत्म होने की कगार पर है। फंगस ने उन कोविड मरीजों को पकड़ा, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता काफी घट गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक मेडिकल कालेज समेत अन्य 11 निजी अस्पतालों में पहुंचे मरीजों में ज्यादातर शुगर के मरीज थे। इनमें फंगस तेजी से बढ़ता है।
159 ठीक होकर घर गए
आइसीयू में लंबे समय तक इलाज लेने वालों में भी यह बीमारी मिली। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज में अब तक 200 मरीज पहुंच चुके हैं, जिसमें 159 ठीक होकर घर चले गए। उनके इलाज के लिए एंफोटेरिसिन बी और पोसोकोनोजोल दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई गई है। मेडिकल कालेज के ईएनटी विभाग ने अब तक 30 मरीजों का आपरेशन किया। आनंद अस्पताल में भी बड़ी संख्या में मरीजों का आपरेशन किया गया। वर्तमान में वार्ड में भर्ती 27 मरीजों में छह कोविड पाजिटिव हैं।
कोरोना के 11 नए मरीज, तीन की मौत
मेरठ में सोमवार को 11 नए मरीजों में संक्रमण पाया गया है। जबकि सोमवार को ही 19 लोग डिस्चार्ज कर दिए गए। फिलहाल मेरठ में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 306 रह गई है। जबकि सोमवार को तीन लोगों ने दम तोड़ दिया। बता दें कि सोमवार को 4790 सैंपलों की जांच की गई थी। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि अब भी मेरठ में 78 मरीज अस्पताल में इलाजरत हैैं, जबकि 131 होम आइसोलेशन में हैं।