Black Fungus Meerut News: मेरठ में ब्लैक फंगस का बढ़ रह खौफ, 11 नए मामले आए जबकि एक मरीज की मौत
मेरठ में मेडिकल कालेज के फंगस वार्ड इंचार्ज डा. वीपी सिंह ने बताया कि रोजाना आठ से दस नए मरीज आ रहे हैं। तकरीबन सभी मरीज कोरोना के शिकार रहे हैं। वार्ड में 103 मरीज भर्ती हैं इनमें दर्जनभर अभी कोरोना पाजिटिव हैं। फंगस का भी शिकार बन रहे लोग।
मेरठ, जेएनएन। Black Fungus Meerut News कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से गिर रही है, लेकिन ब्लैक फंगस के तेवर बिगड़ते जा रहे हैं। शनिवार को 11 नए मरीज मिले, जबकि एक ने मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। दर्जनभर से ज्यादा मरीज आइसीयू में जिंदगी और मौत के बीच फंसे हुए हैं। कई मरीजों के दिमाग में फंगस पहुंचने और लंग्स में फाइब्रोसिस मिलने की वजह से आपरेशन में दिक्कत है। उन्हें एनेस्थीसिया देने पर जान का खतरा है। जिले में अब तक 22 मरीजों की मौत हो चुकी है।
रोजाना आठ से दस नए मरीज
मेडिकल कालेज के फंगस वार्ड इंचार्ज डा. वीपी सिंह ने बताया कि रोजाना आठ से दस नए मरीज आ रहे हैं। तकरीबन सभी मरीज कोरोना के शिकार रहे हैं। वार्ड में 103 मरीज भर्ती हैं, इनमें दर्जनभर अभी कोरोना पाजिटिव हैं। अन्य में कई ऐसे हैं, जो डिस्चार्ज होकर घर गए और फंगस का शिकार होकर फिर वार्ड में आ गए। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि फंगस के मरीजों के लिए प्रदेश सरकार लाइपोसोमल एंफोटेरिसिन बी नामक सबसे सुरक्षित दवा उपलब्ध करा रही है, वहीं जिला प्रशासन की निगरानी में पोसोकोनोजोल की पर्याप्त टेबलेट मिली हैं। निजी अस्पतालों में अन्य दवाएं भी मंगाई जा रही हैं, हालांकि वहां लाइपोसोमल एंफो की उपलब्धता नहीं है। कई मरीजों के लिए महाराष्ट्र और गुजरात से दवाएं मंगाई जा रही हैं। ईएनटी एवं नेत्र रोग क्लीनिकों से प्रशासन रोजाना रिपोर्ट ले रहा है।
100 मरीज हो चुके डिस्चार्ज
मंडलीय सर्विलासं अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि अब तक जिले में कुल 248 मरीजों में फंगस मिला है। शनिवार को 14 और अब तक कुल 100 मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। वहीं, मेडिकल कालेज में अब तक 164 मरीज भर्ती किए गए, जिनमें 50 डिस्चार्ज कर दिए गए। जिले में 130 एक्टिव मरीज भर्ती हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर होती जा रही है। आनंद अस्पताल में 31, जसवंत राय में 12, जबकि न्यूटिमा व लोकप्रिय में सर्वाधिक 11-11 मरीज इलाज के लिए पहुंचे हैं। डाक्टरों ने बताया कि आंख में दर्द, लालिमा, सूजन, चेहरे में सूजन व दर्द व बुखार हो तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करें। फंगस का पता जल्दी चलने पर मरीजों की जान बचाई जा सकती है।