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दिल्‍ली की ओर बढ़ी किसान क्रांति यात्रा, हाईवे जाम, जानिए क्‍या हैं इनकी मांगें

भाकियू की किसान क्रांति यात्रा दिल्‍ली की ओर बढ़ गई है। मेरठ के परतापुर में यात्रा के कारण भीषण जाम लग गया है। हाईवे पर किसानों का सैलाब उमड़ा है।

By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 29 Sep 2018 02:41 PM (IST)Updated: Sat, 29 Sep 2018 03:19 PM (IST)
दिल्‍ली की ओर बढ़ी किसान क्रांति यात्रा, हाईवे जाम, जानिए क्‍या हैं इनकी मांगें
दिल्‍ली की ओर बढ़ी किसान क्रांति यात्रा, हाईवे जाम, जानिए क्‍या हैं इनकी मांगें

मेरठ (जेएनएन)। भाकियू की किसान क्रांति यात्रा दिल्‍ली की ओर बढ़ रही है। मेरठ के परतापुर तक यात्रा पहुंच गई है। इस कारण मेरठ-दिल्‍ली हाईवे पर भीषण जाम लग गया है। परतापुर में वनवे व्‍यवस्‍था भी फेल हो गई है। किसान अपनी इन मांगों को लेकर यात्रा निकाल रहे हैं।

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ये हैं मांगें
-राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा दिल्ली एनसीआर में दस वर्ष से पुराने डीजल वाहनों पर रोक से किसानों को मुक्त किया जाए।
-चीनी मिलों पर बकाया गन्ना भुगतान ब्याज सहित दिलाया जाए। सिंचाई के लिए नलकूप को बिजली निशुल्क दी जाए।
-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बदलाव हो, ताकि प्रत्येक किसान को इकाई मानकर सभी फसलों में स्वैच्छिक रूप से लागू किया जाए।
-किसानों की न्यूनतम आमदनी सुनिश्चित हो। लघु एवं सीमांत किसानों को 60 वर्ष से अधिक आयु में 5000 मासिक पेंशन मिले।
-किसानों के सभी तरह के कर्ज एक ही समय सीमा में माफ किए जाएं, क्योंकि किसानों पर 80 प्रतिशत कर्ज राष्ट्रीयकृत बैंकों के हैं।
-मनरेगा को खेती से लिंक करें। खेती में प्रयुक्त वस्तुओं को जीएसटी से मुक्त किया जाए, तथा कृषि को विश्व व्यापार संगठन से बाहर करें।
-समस्याओं को लेकर संसद में संयुक्त अधिवेशन बुलाया जाए। एक माह तक की समीक्षा के बाद किसान हक में समाधान निर्णय किया जाए।
-डॉक्टर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की जाए, ताकि किसानों को फल, सब्जी, दूध और फसलों का उचित एवं लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल सके।
-देश में प्रयाप्त मात्रा में उत्पादित फसलों का आयात बंद किया जाए। एशियन मुक्त व्यापार समझौते की आड़ में ऐसे देशों का निर्यात बंद हो, जो उत्पादक नहीं हैं।
-बीते दस वर्षों में देश के तीन लाख किसानों ने आत्महत्या की है। पीड़ित किसानों के परिवार का पुनर्वास हो, साथ ही एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले।

यहां से शुरू हुई थी यात्रा
भाकियू ने 23 सितंबर को हरिद्वार के टिकैत घाट से किसान घाट दिल्‍ली के लिए यात्रा शुरू की थी। यात्रा में कई राज्‍यों के किसान पैदल चल रहे हैं। भाकियू अध्‍यक्ष नरेश टिकैत यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं।
यात्रा के कब और कहां पड़ाव:
29 सितंबर: मोहिउद्दीनपुर(मेरठ)
30 सितंबर: मुरादनगर (गाजियाबाद)
01 अक्टूबर: हिंडन घाट (गाजियाबाद)
02 अक्टूबर: किसान घाट (नई दिल्ली)


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