बिजनौर : गन्ना मंत्री सुरेश राणा का घेराव करने जार रहे किसानों को भाजपाइयों ने बीच में ही रोका, जुटी थी भारी भीड़
बहरहाल किसानों के शामली कूच करने से पहले स्थानीय प्रशासन भाजपा जिलाध्यक्ष और सदर विधायक पति ने चीनी मिल पहुंचकर किसानों की मांगें मानने एवं समस्याओं का शत-प्रतिशत निराकरण करने का आश्वासन दिया। जिस पर किसानों ने गन्ना मंत्री के घेराव का निर्णय स्थगित कर दिया।
बिजनौर, जेएनएन। किसान सहकारी चीनी मिल की क्षमता वृद्धि और समयबद्ध गन्ना मूल्य भुगतान के लिए गन्ना मंत्री सुरेश राणा का घेराव करने का ऐलान कर चुके भाकियू कार्यकर्ताओं के पांव भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाम लिए। भाकियू के बैनर तले चीनी मिल यार्ड में जुटी सैकड़ों किसानों की भीड़ महापंचायत का हिस्सा बनकर वापस लौट गई। बहरहाल, किसानों के शामली कूच करने से पहले स्थानीय प्रशासन, भाजपा जिलाध्यक्ष और सदर विधायक पति ने चीनी मिल पहुंचकर किसानों की मांगें मानने एवं समस्याओं का शत-प्रतिशत निराकरण करने का आश्वासन दिया। जिस पर किसानों ने गन्ना मंत्री के घेराव का निर्णय स्थगित कर दिया।
नजीबाबाद तहसील के विभिन्न क्षेत्रों से शनिवार सुबह नौ बजे से ही किसान ट्रैक्टरों समेत किसान सहकारी चीनी मिल पहुंचना शुरू हो गए थे। चीनी मिल यार्ड में भाकियू प्रदेश अध्यक्ष बलराम सिंह, युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह, जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह एवं तहसील अध्यक्ष इकबाल सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन एवं महापंचायत शुरू हुई। किसान नेताओं ने कहा कि दो वर्ष पहले मुख्यमंत्री ने किसान सहकारी चीनी मिल की क्षमता दोगुना करने का आश्वासन दिया था। न्यायालय के भी 14 दिन में गन्ना भुगतान करने के आदेश हैं। फिर भी न तो मिल की क्षमता वृद्धि हुई और न ही 14 दिन में गन्ना भुगतान मिलना शुरू हुआ।
एसडीएम बृजेश कुमार सिंह, सीओ प्रवीण कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष वाल्मीकि, बिजनौर विधायक पति एश्वर्य मौसम चौधरी ने प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं। किसान गन्ना मंत्री का घेराव करने के लिए शामली जाने पर अड़े थे। भाकियू तहसील अध्यक्ष इकबाल ने कहा कि चीनी मिल की मरम्मत नहीं होने से पेराई सत्र के दौरान आए दिन ब्रेकडाउन होता है। गन्ना मूल्य भुगतान को लटकाया जाता है। मिल की क्षमता वृद्धि नहीं होने से भी गन्ना किसान निराश हैं।
चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक दानवीर सिंह, जिला गन्ना अधिकारी की उपस्थिति में भाजपा जिलाध्यक्ष एवं सदर विधायक पति ने आगामी बजट में मिल की क्षमता वृद्धि का प्रस्ताव शामिल करने, मरम्मत के लिए जल्द बजट दिलाने और रुका भुगतान भी शीघ्र कराने का आश्वासन दिया। जिस पर किसानों ने गन्ना मंत्री के घेराव का फैसला स्थगित कर दिया।
प्रदर्शनकारियों में विनोद परमार, मदन चौहान, अवनीश कुमार, भोपाल राठी, मास्टर निर्मल सिंह, लुधियान सिंह, दलवीर सिंह, सुरजीत सिंह, करन सिंह, प्रशांत चौधरी, विरेश राणा, वीर सिंह डवास, भगीरथ सिंह सहित सैकड़ों किसान शामिल रहे।
प्रशासन ने कर रखी थी मोर्चाबंदी धरना-प्रदर्शन एवं महापंचायत के दौरान चीनी मिल यार्ड में करीब 300 ट्रैक्टर खड़े थे, जबकि चीनी मिल के बाहर भी सौ से ज्यादा ट्रैक्टर नजर आए। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए हाईवे का यातायात रुक-रुककर धीमी गति से गुजरा।
किसानों को शामली कूच करने से रोकने लिए जहां प्रशासन और पुलिस बल ने मोर्चाबंदी कर रखी थी, वहीं भाजपाई उन्हें मनाने की पूरी ताकत लगाए हुए थे। शामली कूच टलने से प्रशासन और स्थानीय भाजपाइयों ने राहत की सांस ली।