राज्यसभा में पउप्र की उम्मीदवारी साफ, बाजपेयी फिर चूके
मेरठ जेएनएन। सियासत अनिश्चितताओं का खेल है और हर बार चौंका देती है। भाजपा ने आठ राज्यसभा सीटों
मेरठ, जेएनएन। सियासत अनिश्चितताओं का खेल है और हर बार चौंका देती है। भाजपा ने आठ राज्यसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इसमें पश्चिम यूपी से एक भी चेहरा नहीं है। पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकात बाजपेयी को एक बार फिर मौका नहीं दिया। ब्रज क्षेत्र के दो चेहरों पर दांव खेला गया है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकात बाजपेयी के नेतृत्व में पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और रिकार्ड सीटें मिलीं। ताबड़तोड़ मेहनत के बावजूद उनकी कार्यशैली पार्टी में कई वरिष्ठ लोगों को रास नहीं आई। पद से हटते ही वह संगठन के दिग्गजों के निशाने पर आ गए। 2017 का विस चुनाव हारने के बाद बड़ी संख्या में पार्टी ने लोगों को विधान परिषद और राज्यसभा भेजा। इस दौरान बाजपेयी हाशिए पर रखे गए। गत दिनों उन्हें राज्यपाल बनाने की अफवाह भी उड़ी। माना जा रहा था कि पार्टी नौ राज्यसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों में उनके नाम को तवज्जो दे सकती है। इस बार तो पूरा पश्चिम उप्र हाशिए पर गया। ब्रज क्षेत्र में आगरा के हरिद्वार दूबे और बीएल वर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। बता दें कि वर्तमान में भाजपा से पश्चिम उप्र से सुरेंद्र नागर, विजयपाल तोमर और कांता कर्दम तीन राज्यसभा सदस्य हैं।