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Bird Flu In UP: कानपुर के बाद मुजफ्फरनगर में Bird Flu का मामला, कौवे में संक्रमण की पुष्टि

कानपुर के बाद मुजफ्फरनगर में बर्ड फ्लू के एक केस की पुष्टि हुई है। गुरुवार को मुजफ्फरनगर से गए कौवे के सैंपल की जांच बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान में की गई। शुक्रवार शाम को आई रिपोर्ट में एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 08:06 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 08:33 PM (IST)
Bird Flu In UP: कानपुर के बाद मुजफ्फरनगर में Bird Flu का मामला, कौवे में संक्रमण की पुष्टि
मुजफ्फरनगर में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कानपुर के बाद मुजफ्फरनगर में बर्ड फ्लू के एक केस की पुष्टि हुई है। गुरुवार को मुजफ्फरनगर से गए कौवे के सैंपल की जांच बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान में की गई। शुक्रवार शाम को आई रिपोर्ट में एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया। इस सूचना से वेस्‍ट यूपी में खलबली मच गई है। कुछ दिन पहले ही मुजफ्फरनगर में कौवे मृत मिले थे जिसके बाद उनके सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि हुई है।

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सैंपल जांच में संक्रमण मिलने के बाद से जिले में दहशत फैल गई। प्रशासन उस जगह की घेराबंदी करने की तैयारी कर रहा है। वहीं अन्‍य पक्षियों को सुरक्षित करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। प्रशासन ने क्षेत्र में बर्ड फ्लू से सर्तक रहने को अलर्ट जारी कर दिया है। 

बुधवार को मृत मिले थे कौवे 

मुजफ्फरनगर में करीब एक दर्जन कौओं के मौत होने से बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया था। पुलिस व वन विभाग की टीम ने मौके से पहुंचकर जांच की थी। जांच के बाद सैंपल लैब भेज दिया गया था। वन क्षेत्राधिकारी मोहन बहुखंडी ने बताया कि बुधवार को कुतुबपुर गांव में दो स्थानों पर करीब एक दर्जन कौए मरे हुए मिले थे। वन विभाग की टीम व पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने उक्त स्थलों की घेराबंदी की है। मामला आबादी क्षेत्र में मिलने के बाद वन विभाग की टीम लौट गई। वहीं चिकित्‍सकों ने जांच के बाद बताया था कि अभी मामला स्‍पष्‍ट नहीं हुआ है कि कौवे की मौत कैसे हुई। लैब सैंपल भेजे जाने के बाद शुक्रवार को संक्रमण की पुष्टि हो गई। 

प्रवासी पक्षियों पर रखी जा रही नजर

कोरोना संक्रमण की गति धीमी पड़ी है, लेकिन बर्ड फ्लू से लोग दहशत में है। इसका सीधा असर पोल्ट्री उद्योग पर पड़ रहा है। प्रशासन ने पोल्ट्री फार्मों को चिह्नित किया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को हर रोज रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वेटरनरी डाक्टरों ने एक सप्ताह में पोल्ट्री फार्मों समेत मुर्गी खरीदने और बेचने के स्थानों से 20 सैंपल लिए हैं। नजर रखी जा रही है कि मुर्गियों का आयात और निर्यात दूसरे राज्यों से तो नहीं हो रहा है। वहीं वन विभाग की टीम प्रवासी पक्षियों पर नजर रख रही है। 

इनके अलावा पक्षियों के सैंपल बढ़ा दिए गए हैं। अमूमन एक माह में 30 पक्षियों के सैंपल लिए जाते हैं, लेकिन जनवरी माह के पहले सप्ताह में 20 पक्षियों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 15 सैंपल पोल्ट्री फार्मों में स्थित मुर्गियों से लिए गए हैं, जबकि पांच सैंपल ऐसे स्थानों से लिए गए हैं, जहां से बड़े पैमाने पर चिकन सप्लाई होता है। वहीं पोल्ट्री फार्म संचालकों में बर्ड फ्लू को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। 

प्रवासी पक्षियों पर निगरानी

वन विभाग और पशुपालन विभाग प्रवासी पक्षियों पर भी निगरानी रख रहा है। इसके लिए वन विभाग की टीम हैदरपुर वेटलैंड समेत वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र में नियमित गश्त कर रही है। प्रवासी पक्षियों की गतिविधियों को परखा जा रहा है। 


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