बागपत : नई गन्ना प्रजाति की बुआई से बदलेगी किसानों की किस्मत, प्रति हेक्टेयर एक लाख रुपये से ज्यादा आमदनी होगी
बागपत में इस बार 0238 प्रजाति प्रजाति के विकल्प के रूप में पहली बार कोसा-13235 की बुआई कराई गई है। इस प्रजाति की 65 हजार गन्ना आंख देकर बुआई कराई गई है। इससे जो गन्ना उत्पादन होगा उसे अगले साल बीज के रूप में इस्तेमाल कराया जाएगा।
बागपत, जागरण संवाददाता। गन्ना विभाग ने बागपत के किसानों को रेड राट यानी लाल सड़न रोग से प्रभावित 0238 प्रजाति से छुटकारा दिलाने की कवायद शुरू कर दी है।
जिले में पहली बार हुई नई विकसित प्रजाति कोसा-13235 की बुआई
0238 प्रजाति के विकल्प के रूप में बागपत में पहली बार नई विकसित गन्ना प्रजाति कोसा-13235 प्रजाति की बुआई कराई गई। हालांकि अभी चुनिंदा किसानों को नई गन्ना प्रजाति कोसा-13235 गन्ना प्रजाति की 65 हजार गन्ना आंख देकर बुआई कराई गई है। इससे जो गन्ना उत्पादन होगा उसे अगले साल बीज के रूप में इस्तेमाल कराया जाएगा ताकि बागपत में इस नई गन्ना प्रजाति का क्षेत्रफल बढ़ सके। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि इस नई गन्ना प्रजाति में प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होने से रोड राट व
शूट बोरर जैसी बीमारी नहीं लगती है। प्रति हेक्टेयर 1200 कुंतल उत्पादन मिलेगा। वर्तमान में किसानों को प्रति हेक्टेयर 865 कुंतल उत्पादन मिल रहा। यानी 335 कुंतल तक ज्यादा गन्ना मिलने से किसान को प्रति हेक्टेयर 1.17 लाख रुपये की ज्यादा आमदनी होगी।
दूसरी प्रजाति कोल-14201 की भी हुई बुआई
ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि उक्त प्रजाति के अलावा बागपत में एक दूसरी नई गन्ना प्रजाति कोल-14201 की 55 हजार गन्ना आंखों की बुआई कराई, ताकि इसे अगले साल बीज में इस्तेमाल करा सके। इस नई प्रजाति में रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा है। दोनों नई गन्ना प्रजातियों को गन्ना शोध संस्थान शाहजहांपुर ने ईजाद की। दोनों प्रजातियों में गन्ना उत्पादन साथ चीनी परता भी एक से दो प्रतिशत ज्यादा है जिससे किसानों के साथ चीनी मिलों को भी फायदा होगा।