बाइक बोट घोटाले में कंपनी के सहायक निदेशक लोकेंद्र गिरफ्तार, काफी दिनों से था फरार, इस तरह आया पकड़ में
Bike Boat Scam Update जीआइपीएल कंपनी के सहायक निदेशक लोकेंद्र गिरफ्तार। नोएडा पुलिस ने लोकेंद्र पर पचास हजार का इनाम घोषित कर दिया । लोकेंद्र को एसटीएफ की टीम ने मथुरा के गोवर्धन चौराहे से पकड़ा ।

मेरठ, जागरण संवाददाता। 4200 करोड़ के बाइक बोट घोटाले में गर्वित इनोवेटिड प्रा. लि (जीआइपीएल) कंपनी के सहायक निदेशक लोकेंद्र को एसटीएफ की टीम ने मथुरा के गोर्वधन चौराहे से गिरफ्तार कर लिया है। पिछले काफी दिनों से लोकेंद्र फरार चल रहा था। नोएडा की दादरी पुलिस ने लोकेंद्र पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया। लोकेंद्र रिटायर्ड फौजी है, जो बाइट बोट घोटाले में शामिल हो गया था।
यह है मामला
एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने मथुरा के गोवर्धन चौराहे के पास से लोकेंद्र पुत्र सरदार सिंह निवासी कलाखूरी बुलंदशहर हाल निवासी सी-146 सेक्टर 36 ग्रेटर नोएडा को गिरफ्तार कर लिया। लोकेंंद्र पर नोएडा पुलिस की तरफ से 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना भी ईआेडब्ल्यू शाखा में हो रही है। एएसपी ने बताया कि लोंकेंद्र भारतीय सेना की बीस जाट रेजिमेंट से वर्ष 2017 में रिटायर्ड हो चुके है। सेना में रहते हुए उनकी तैनाती मेरठ थी। तभी उनकी मुलाकात कंपनी के निर्देश भूदेव से हुई थी। भूदेव ही लोकेंद्र के घर बुलंदशहर पहुंचा था। तभी भूदेव ने लोकेंद्र को कंपनी से जोड़ दिया था। उसके बाद लोकेंद्र को कंपनी का सहायक निदेशक बनाकर हस्ताक्षर की आथोरिटी दे दी गई थी। 2019 में कंपनी बंद होने के बाद से लोकेंद्र फरार चल रहा था। तभी से नोएडा पुलिस और एसटीएफ लोकेंद्र की तलाश कर रही थी।
लोकेंद्र के खिलाफ दर्ज है 105 मुकदमे :
नोएडा के दादरी, गाजियाबाद के साहनीगेट, कोतवाली, अलीगढ़ के बन्ना देवी, मेरठ के सिविल लाइन, गाजियाबाद के मोदीनगर, बागपत के बडौत, मुजफ्फरनगर के शाहपुर, बरेली कैंट, बुलंदशहर के कोतवाली थाने में लोकेंद्र के खिलाफ 105 मुकदमे दर्ज है। लोकेंद्र को एसटीएफ ने पकड़कर दादरी थाने में सुपुर्द कर दिया है। विभिन्न जनपदों से उसके खिलाफ रिमांड तैयार कर आरोपित बनाया जाएगा।
Edited By Taruna Tayal