बिजनौर सांसद मलूक नागर ने सदन में उठाईं किसानों की समस्याएं, सरकार पर लगाया गोलमोल जवाब देने का आरोप
बिजनौर सांसद मलूक नागर ने बजट सत्र के दौरान लोकसभा में गन्ना किसानों की समस्याओं को उठाया। उन्होंने सरकार से गन्ने की फसल के नकद भुगतान गन्ने की बेहतर उपज के लिए गन्ना किसानों को प्रशिक्षण और अधिक उपज के लिए भविष्य में नई योजना के बारे में जानकारी मांगी।
बिजनौर, जेएनएन। सांसद मलूक नागर ने बजट सत्र के दौरान गन्ना किसानों को फसल का नकद भुगतान दिलाने, गन्ने की बेहतर उपज के लिए सरकार द्वारा गन्ना किसानों को प्रशिक्षण दिलाने और अधिक उपज के लिए भविष्य में कोई नई योजना शुरू कराए जाने का मुद्दा उठाया। सांसद ने सरकार पर सवालों का गोलमोल जवाब देने का आरोप भी लगाया।
सांसद मलूक नागर ने सदन में सवाल उठाया कि क्या सरकार के पास गन्ने की फसल का नकद भुगतान, गन्ने की बेहतर उपज के लिए गन्ना किसानों को प्रशिक्षण दिलाने और अधिक उपज के लिए भविष्य में कोई नई योजना है ? क्या सरकार ने किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए कोई स्कीम बनाई है ? इस स्कीम के तहत बिजनौर संसदीय क्षेत्र में किसानों को वितरित की गई धनराशि का ब्यौरा मांगा। उन्होंने कहा कि विगत पेराई सत्र में मांग की तुलना में चीनी का अतिरिक्त उत्पादन तथा वर्तमान चीनी मौसम के दौरान अतिरिक्त उत्पादन के समान अनुमान है, किंतु चीनी की कीमतों में मंदी छाई हुई है। इससे चीनी मिलों की नकदी की स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। चीनी मिलों की नकदी की स्थिति में सुधार लाने तथा उन्हें गन्ना किसानों को समय पर भुगतान करने हेतु समर्थ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 2020-21 के दौरान चीनी मिलों को सहायता स्कीमों के रूप में किए उपायों की जानकारी भी उन्होंने मांगी। सांसद ने आरोप लगाया कि सरकार ने उनके कई सवालों का गोलमोल जवाब दिया है।